सीरिया में तनाव काफी बढ़ जाने के बाद भारत सरकार सतर्क हो गई है। विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सीरिया में रह रहे भारतीय नागरिकों को भी अलर्ट कर दिया है। सीरिया में विद्रोही गुटों के देश की राजधानी दमिश्क की तरफ़ बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं। जिससे तनाव के ज़्यादा बढ़ने की संभावना है। भारत सरकार की ओर से भारतीय नागरिकों को कहा गया है कि वह सीरिया जाने से बचें और कुछ वक़्त ऐसा प्लान ना बनाएं। भारत सरकार ने शुक्रवार देर रात एडवाइजरी जारी की और में अपने सभी नागरिकों से ‘जल्द से जल्द’ सीरिया से निकलने के लिए कहा है।

विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “सीरिया में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को अगली अधिसूचना तक सीरिया की यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है। सीरिया में वर्तमान में मौजूद भारतीयों से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए दमिश्क में भारतीय दूतावास के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +963 993385973 (व्हाट्सएप पर भी) और ईमेल आईडी hoc.damascus@mea.gov.in पर संपर्क में रहें।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि वे सीरिया में स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमने सीरिया के उत्तर में लड़ाई में हाल ही में हुई वृद्धि पर ध्यान दिया है। हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से 14 संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सीरिया में पिछले दो हफ्तों से बहुत पुराना संघर्ष एक बार फिर छिड़ गया है। 2011 में भी इस तरह की स्थिति बनी थी जब लाखों लोग मारे गए थे और बेघर हो गए थे। सीरिया की सत्ता पर काबिज बशर अल असद को हटाने के लिए कुछ विद्रोही गुटों की ओर से इस तरह का संघर्ष 2011 में भी हुआ था लेकिन कुचल दिया गया था।

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इस बार विद्रोहियों ने देश के उत्तर-पश्चिम में ज़मीन के एक बड़े हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया है, जिसमें शहर अलेप्पो का अधिकांश हिस्सा शामिल है। यह सब 2011 में सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ विद्रोह गृहयुद्ध में बदल जाने के साथ शुरू हुआ, जिसने देश को तबाह कर दिया और क्षेत्रीय और विश्व शक्तियों को भी इसमें शामिल कर लिया। सीरिया में पूरी लड़ाई कंट्रोल की है। जिसकी आग एक बार फिर बढ़ गई है।