Indian Deportees From America: जब से अमेरिका ने वहां अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को डिपोर्ट किया है, ऐसे सैकड़ों लोगों की कहानी सामने आई है, जो बड़े सपने लेकर विदेश गए थे। बताना होगा कि कुछ दिन पहले अमेरिका ने 104 लोगों को हथकड़ियों में बांधकर वापस भेजा था और विपक्ष ने इसे भारतीयों का अपमान बनाते हुए संसद में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था।

हरियाणा के हिसार जिले के खरड़ गांव के रहने वाले अक्षय भी ऐसे लोगों में शामिल हैं जिन्हें अमेरिका ने वहां से वापस भेज दिया है। अक्षय की कहानी इसलिए भी ज्यादा दुखभरी है क्योंकि ट्रेवल एजेंट्स ने उसे विदेश भेजने के लिए 50 लाख रुपए लिए थे लेकिन बदकिस्मती देखिए कि 25 जनवरी को वह जैसे ही अमेरिका में पहुंचा 5 मिनट के अंदर ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

ट्रेवल एजेंट्स के खिलाफ दर्ज कराई FIR

अक्षय ने भारत वापस लौटने के बाद तीन ट्रेवल एजेंट्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इन ट्रेवल एजेंट्स के नाम दीपक मलिक निवासी शामलो गांव (जींद), रजत मोर निवासी जींद और मुनीश शर्मा निवासी पेटवाड़ गांव (जींद) हैं।

18 हजार भारतीयों पर लटकी डिपोर्टेशन की तलवार! भारत-अमेरिका के रिश्तों पर कितना असर डालेगा अवैध अप्रवासियों का मुद्दा? 

अक्षय ने FIR में क्या बताया?

अक्षय ने पुलिस को बताया है कि उसने जून, 2024 में अमेरिका जाने के लिए एक ट्रेवल एजेंट से बात की थी। ट्रेवल एजेंट ने बताया था कि वे उसे हवाई रास्ते से और बिल्कुल वैध तरीके से अमेरिका भेजेंगे और इसके लिए 35 लाख रुपए खर्च होंगे।

अक्षय के मुताबिक, ‘ट्रेवल एजेंट ने कहा था कि पहले मुझे दुबई भेजा जाएगा और फिर वर्क वीजा पर फ्लाइट से अमेरिका भेज दिया जाएगा। मुझे 18 जुलाई, 2024 को वैध तरीके से दुबई भेजा गया और एक महीने तक वहीं रखा गया। 23 अगस्त, 2024 को ट्रेवल एजेंट ने दुबई से अमेरिका भेजने के लिए 30 लाख रुपए की मांग की। अगले दिन मेरे परिवार ने ट्रेवल एजेंट को 30 लाख रुपए दे दिए।’ लेकिन अक्षय को अगले 20 दिन तक सूरीनाम में ही रखा गया।

लाखों रुपये कर्ज लेकर गए थे अमेरिका, मुसीबत में डाली जान, बिखर गए सपने… आगे क्या होगा पता नहीं?

ट्रेवल एजेंट को 20 लाख रुपए और दिए

अक्षय ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है, ‘जब मेरे परिवार ने ट्रेवल एजेंट से पूछा कि मुझे सूरीनाम में ही क्यों रखा गया है तो उन्होंने कहा कि अगले एक से दो दिन में मुझे अमेरिका भेज दिया जाएगा। इसके बाद मुझे अवैध तरीके से अमेरिका भेजने की व्यवस्था की गई लेकिन मेरे परिवार को यह बताया गया कि मुझे फ्लाइट के जरिए अमेरिका भेजा जा रहा है। ट्रेवल एजेंट ने मेरे परिवार से 20 लाख रुपए और मांगे। मेरे परिवार ने आढ़तिये (कमीशन एजेंट) से 20 लाख रुपए का इंतजाम किया और उन्हें दिए।’

अक्षय ने पुलिस को बताया है कि अमेरिका ले जाने के दौरान उन्हें एक दूसरे माफिया के हवाले कर दिया गया। इसके बाद उन्हें मेक्सिको से 25 जनवरी को अमेरिका पहुंचाया गया लेकिन अमेरिका की पेट्रोलिंग पुलिस ने 5 मिनट के अंदर ही उसे गिरफ्तार कर लिया। वे अक्षय को डिटेंशन सेंटर में ले गए और यहां से 3 फरवरी को उसे भारत वापस भेज दिया गया।

‘40 शव देखे, कुछ को आधा खाया हुआ था, कुछ सिर्फ कंकाल थे…’, पढ़िए पंजाब के हरजिंदर की कहानी

अक्षय ने पुलिस से मांग की है कि इन ट्रेवल एजेंट्स को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उसके 50 लाख रुपए वापस दिलाए जाएं। इस मामले में हरियाणा पुलिस जांच कर रही है।

इसके अलावा भी हरियाणा और पंजाब से कई ऐसे लोगों की कहानी सामने आ चुकी है जो 40 से 50 लाख रुपए खर्च करके अमेरिका या किसी दूसरे मुल्क में बसना चाहते थे लेकिन क्योंकि वे अवैध तरीके से या डंकी रूट से वहां गए थे इसलिए वहां की सरकार ने तुरंत ही उन्हें गिरफ्तार कर वापस भेज दिया।

‘हाथों में हथकड़ियां, पैरों में जंजीर, 40 घंटे तक टॉयलेट जाना भी मुश्किल…’ पढ़िए अमेरिका से वापस भेजे गए भारतीयों की कहानी।