तोपखाना रेजिमेंट के एक हवलदार को गुप्त सैन्य सूचनाएं साझा करने की वजह से जनरल कोर्ट-मार्शल (जीसीएम) का सामना करना पड़ रहा है। हवलदार ने फेसबुक पर महिला बने पाकिस्तानी एजेंट को व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वर्गीकृत सैन्य सूचनाएं लीक की थीं। 10 मध्यम तोपखाना रेजिमेंट के हवलदार संजय यादव झांसी की बख्तरबंद डिविजन का हिस्सा हैं, उन्हें काेर्ट-मार्शल की प्रक्रिया से गुजारने के लिए सिकंदराबाद की 54 इंफैन्ट्री डिविजन के तहत 654 ईएमई बटालियन से अटैच कर दिया गया है। उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार, 11 नवंबर से ट्रायल शुरू किया गया था। एक इंफैन्ट्री बटालियन के कमांडिंग अधिकारी को कोर्ट-मार्शल का पीठासीन अध्ािकारी बनाया गया है, इसके अलावा छह अन्य आर्मी अधिकारी भी प्रक्रिया में शामिल होंगे। जीसीएम फिलहाल मिलिट्री इंटेलिजेंस के एक अधिकारी की जांच कर रही है जिसने इस जासूसी रैकेट का खुलासा किया। केस से वाकिफ वरिष्ठ अध्ािकारियों ने कहा कि इंटेलिजेंस शाखा को मुखबिर से सूचना मिली थी कि हवलदार फेसबुक और व्हाट्सएप पर महिला के लगातार संपर्क में हैं। चूंकि सेना में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करने को लेकर सख्त गाइडलाइंस हैं, आर्मी अधिकारियों ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखी औश्र पता चला कि उसके बैंक खाते में बेनामी नकदी जमा की गई है।
एक अध्ािकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ”हमें पता चला है कि एक पाकिस्तानी एजेंट महिला बनकर इस जवान के साथ भड़काऊ सेक्स चैट की, जिसमें कुछ तस्वीरों का आदान-प्रदान भी किया गया। जांच में पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा वाले हवलदार के बैंक खाते में अज्ञात सूत्रों द्वारा 1,38,000 रुपए जमा कराए गए थे। पहली बार में 8,000 रुपए जमा कराए गए थे।” बताया जा रहा है कि हवलदार पिछले करीब नौ महीनों से पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था।
हवलदार पर जिन सूचनाओं को लीक करने का आरोप है, उनमें विभिन्न यूनिटों की लोकेशन तथा महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अध्ािकारियों के नाम व नियुक्तियां शामिल हैं। आर्मी में सूत्रों का कहना है कि इस मामले में अन्य सैन्य कर्मचारियों की लिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।
पूर्व में भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब सेवा में रहते हुए सैन्य कर्मचारियों ने फेसबुक पर हनीट्रैप में फंसकर संवेदनशील जानकारी लीक की है। 2014 में बठिंडा और 2015 में पठानकोट से दो एयरफोर्स अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया। वे फेसबुक पर महिला की शक्ल में पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में थे।