पाकिस्तान और चीन की हर हरकत पर सेना की पैनी नजर है। बॉर्डर की सुरक्षा को अब और मजबूत किया जा रहा है। सेना पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो बाद अन्य जगहों पर फास्ट बोट तैनात करने की योजना बना रही है। सेना ने 6 आधुनिक फास्ट पेट्रोल बोट्स और 8 लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट को खरीदने का प्लान बना लिया है। सर क्रीक और ब्रह्मपुत्र रिवर बेसिन में इन क्राफ्ट और बोट्स के अलावा 118 इंटीग्रेटेड सर्विलांस ऐंड टारगेटिंग सिस्टम में भी लगाए जाएंगे। सेना ने इनकी खरीद के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है।
क्या होगी खासियत
जानकारी के मुताबिक ये फास्ट पेट्रोल बोट एक बार में 8 जवानों को ले जा सकती हैं। इतना ही नहीं ये बोट सर्विलांस, अटैक और अन्य कई आधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं। इसके अलावा लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट 35 जवानों को ले जा सकता है। इसका इस्तेमाल किसी भी आपात स्थिति में जवानों को जल्द पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। सेना ने यह कदम गलवान जैसे हमले से सबक लेने के बाद उठाया है।
पैंगोंग त्सो में पहले से है तैनाती
बता दें कि फरवरी 2021 में पूर्वी लद्दाख में 13 हजार 900 फीट की ऊंचाई पर बनी 134 किमी लंबी पैंगोंग झील में इस तरह की पेट्रोलिंग नावों को तैनात किया गया था। सेना ने गुजरात के कच्छ के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के सुंदर वन और ब्रह्मपुत्र नदी जैसे इलाकों में पेट्रोलिंग बोट लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट के लिए टेंडर जारी कर दिया है। पैंगोंग त्सो में सेना ने रक्षा पीएसयू गोवा शिपयार्ड के साथ 65 करोड़ रुपए के कॉन्ट्रैक्ट के तहत एडवांस्ड गियर और अन्य उपकरणों के साथ 12 फास्ट पेट्रोलिंग बोट्स को शामिल किया है।