भारतीय एयरलाइन्स कंपनियों ने अपने सभी विमान चालकों को आगाह किया है कि पाकिस्तान के ऊपर से उड़ते वक्त वे प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग करने से बचें। कहा गया है कि पाकिस्तान में लैंडिंग बुरे से बुरे वक्त में होने चाहिए जैसे कि प्लेन में आग लग जाना। इसके अलावा कहा गया है कि इमरजेंसी लैंडिंग की जरूरत पड़ने पर ओमान और यूएई के फ्लाइट इनफोर्मेशन रीजन से संपर्क साधा जा सकता है। एक सीनियर पायलेट ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘हमें पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंडिंग नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं। यह आदेश लिखित रूप में तो नहीं लेकिन मौखिक रूप में पहुंचा दिए गए हैं। पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंडिंग तब ही करनी है जब हालात बहुत ही बुरे हों।’ खबर के मुताबिक, एक बड़ी भारतीय एयरलाइन्स के सीनियर कमांडर ने बताया कि 9/11 और 26/11 के बाद से पायलेट्स को ऐसे निर्देश दिए जाते रहे हैं। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बिगड़ने पर हर बार ऐसे निर्देश दिए जाते हैं।
गौरतलब है कि रविवार (18 सितंबर) को जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के ऊपर आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद आर्मी ने बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है। कई जगहों पर घुसपैठ की कोशिशों को भी सेना ने नाकाम किया है। उरी में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 15 आतंकियों पर सेना ने फायरिंग की थी जिसमें से 10 आंतकी मारे गए थे बाकी 5-6 आतंकी वापस भाग गए थे। उस हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने 26-27 सितंबर की रात को एलओसी पार कर पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किए थे। इस दौरान सेना ने सात आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। भारत के डीजीएमओ ले. रणबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जानकारी दी थी कि भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया है। डीजीएमओ ले. जनरल रणबीर सिंह ने बताया था कि भारत ने एलओसी पार करके आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं और कई आतंकियों को मार गिराया है। इसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध बिगड़े हुए हैं।