Flight Bomb Threats: पिछले कुछ महीनों से लगातार देश की अलग-अलग फ्लाइट्स में बम की धमकियां आ रही हैं। सोशल मीडिया पर आने वाली इन धमकियों को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। एजेंसियों ने कहा है कि इन धमकियों को जिन आईपी एड्रेस से धमकियां मिली हैं, वे जर्मनी और लंदन के हैं।
बता दें कि पिछले एक हफ्ते में भारत आ रहीं डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स को बम की धमकी मिली थी। पहले सोमवार को 10 फ्लाइट्स में बम की धमकी मिली है, जबकि मंगलवार को भी बम की ऐसी ही धमकी मिली थी। फ्लाइट्स में बम की ये सभी धमकियां सोशल मीडिया के जरिए आई हैं और जांच के बाद सामने आया कि ये सारी धमकियां फर्जी हैं।
धमकियों को लेकर जांच कर रही खुफिया एजेंसी
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने इस पर काम करना शुरू किया तो उन्होंने सबसे पहले एक्स से आईपी एड्रेस शेयर करने को कहा कि जहां से सभी पोस्ट जेनरेट किए गए थे। एक सूत्र ने बताया कि उन्होंने सभी अकाउंट को डिएक्टिवेट करने को भी कह दिया है। सूत्र ने बताया कि जवाब मिलने के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने एक्स से कुछ और विशिष्ट विवरण साझा करने को कहा है तथा वे उनके जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
एक सूत्र ने यह भी कहा है कि हमें प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है और उन्होंने हमें बताया है कि तीन अलग-अलग हैंडल से पोस्ट किए गए थे। इन तीन हैंडल में से, उन्होंने दो आईपी पते का पता लगाया है; लंदन और Deutschland से दो सामान्य आईपी। उपयोगकर्ताओं ने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या VPN का उपयोग करने के बाद ट्वीट किया है। हालांकि इनके खिलाफ एक्शन के लिए कह दिया गया है।
पुलिस बोली – चल रही है मामले की जांच
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पुलिस अधिकारी ऊषा रंगरानी ने कहा है कि इस महीने अब तक आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने बम धमकियों से जुड़ी सात घटनाओं पर कार्रवाई की है। गहन जांच और निरीक्षण के बाद, सभी धमकियों के फर्जी होने की पुष्टि हुई।
इन झूठे अलार्मों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है ताकि दुरुपयोग के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकें और यात्रियों और एयरपोर्ट संचालन की सुरक्षा को बनाए रखा जा सके।
सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक्शन
अकासा एयर फ्लाइट से संबंधित हाल ही में की गई फर्जी बम धमकी के संबंध में बीएनएस की धारा 217 और 351 (4) के साथ-साथ नागरिक उड्डयन सुरक्षा अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। वर्तमान में एक विस्तृत जांच चल रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया है कि संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ समन्वय करने के बाद इन झूठी धमकियों को फैलाने के लिए जिम्मेदार सभी सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को रोकने के लिए और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निलंबित कर दिया गया है।
दूसरी ओर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वे नियमों को और अधिक कठोर बनाने के उपायों पर विचार कर रहे हैं, ताकि ऐसी धमकियों के पीछे के लोगों को कड़ी सजा दी जा सके, जिसमें उन्हें भारतीय एयरलाइन्स की उड़ानों में नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है।