भारतीय वायुसेना के प्रमुख बीएस धनोआ ने कारगिल की जंग के 20 साल पूरे होने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इशारों में ही पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दूसरी बार भी कारगिल होता है तो उसके लिए भी वायुसेना तैयार है। हालांकि, उन्होंने इसके पहले यह भी कहा कि अगर दोबारा कारगिल हुआ तो आखिरी जंग लड़ी जाएगी। मंगलवार को वायु सेना प्रमुख (Indian Air Force Chief) ने कहा कि अच्छे जनरलों की तरह हम आखिरी जंग लड़ने के लिए तैयार हैं। इस बयान से उन्होंने साफ संकेत दिया कि अगर पाकिस्तान कोई भारत-विरोधी हरकत करता है तो उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

करगिल की जंग में ‘ऑपरेशन व्हाइट सी’ के 20 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए बीएस धनोआ ने कहा कि करगिल जैसा युद्ध हो, आतंकियों के हमले का जवाब देना हो या फिर ऑल-आउट वॉर हो। हर तरह की जंग लड़ने के लिए भारतीय वायुसेना तैयार है। उल्लेखनीय है कि बीएस धनोआ करगिल युद्ध के दौरान 17 स्क्वॉड्रन के कमांडिंग अफसर थे। धनोआ ने ऑपरेशन को याद करते हुए बताया कि कैसे पहली बार मिग-21 एयरक्राफ्ट के जरिए ऊंची चोटियों पर रात के वक्त बमबारी की गई थी। इस दौरान वायु सेना प्रमुख ने बालाकोट एयरस्ट्राइक का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इंडियन एयरफोर्स हर मौसम में सटिक बमबारी कर सकती है। यहां तक कि बादल छाए रहने पर भी यह काम होगा। उन्होंने बताया कि 26 फरवरी को भी ऐसा ही हमला देखा जा चुका है, जो दूर से ही सटिक हमला करने की हमारी ताकत को दिखाता है।

वायु सेना प्रमुख धनोआ ने बताया कि आसमानी ताकत के रूप में भारत की शक्ति में काफी इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध के बाद भारतीय वायुसेना की क्षमता काफी बढ़ी है। उस दौरान सिर्फ मिराज-2000 के पास ही सटीक बमबारी की क्षमता थी। लेकिन अब सुखोई-30, जगुआर, मिग-27, मिग-29 जैसे अपग्रेडेड लड़कू विमान हैं। इसके अलावा अत्याधुनिक मिसाइलें और एयर वॉर्निंग सिस्टम भी मौजूद है।