भारत की अध्यक्षता में इस बार जी20 का महासमिट शुरू हो गया है। 20 मुल्क के नेता राजधानी दिल्ली आए हुए हैं, पीएम मोदी की सभी के साथ शानदार केमिस्ट्री दिख रही है, अलग ही तरह की गर्मजोशी माहौल में बनी हुई है। लेकिन इस गर्मजोशी के बीच भी एक बड़ा पॉलिटिकल मैसेज देने का काम किया गया है। ये मैसेज है इंडिया को भारत बनाने का, बीजेपी की हिंदुत्व की पिच को और ज्यादा मजबूत करने का, मोदी को हराने के लिए बने इंडिया गठबंधन को एक आईना दिखाने का।

असल में जी20 समिट के लिए प्रगति मैदान में जिस भारत मडंपम को सजाया गया है, वहां पर एक बड़ा परिवर्तन दिख गया है। इस बार 20 मुल्क के नेताओं के बीच इंडिया के नहीं ‘भारत’ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठे थे। पीएम मोदी के सामने जिस प्लेट को रखा गया, उस पर बड़ा-बड़ा भारत लिखा था। अब ये मायने इसलिए रखता है क्योंकि जी20 समिट के जरिए सिर्फ देश को ही नहीं पूरी दुनिया को ये संदेश दिया जा रहा है कि अब भारत, इंडिया बन चुका है।

इसकी शुरुआत हुई थी राष्ट्रपति द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र से। ये पत्र भी जी20 के नेताओं को ही मिले थे, उसमें हर जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा था। उस निमंत्रण कार्ड के बाद ही देश में इंडिया बनाम भारत की डिबेट शुरू हुई। लेकिन पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को साफ कर दिया कि वे इस पर कुछ भी बोलने से बचे। अब मंत्री तो नहीं बोले, लेकिन एक बार फिर जी20 के जरिए ही संदेश साफ दे दिया गया। पीएम मोदी को इंडिया नहीं भारत का प्रधानमंत्री बताया गया।

अब जानकार मानते हैं कि बीजेपी के लिए भारत हिंदुत्व से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा है। भारत को देश की संस्कृति से जोड़कर देखा जा रहा है, सनातन से उसके कनेक्शन निकाले जा रहे हैं। बीजेपी नेता लगातार जिस तरह से इस विवाद पर बयान भी दे रहे हैं, ये साफ है कि उनका नेरेटिव किस दिशा में आगे बढ़ता दिख रहा है। अब उस नेरेटिव में जी20 कार्यक्रम को भी शामिल कर लिया गया है। सरकार चाहती तो विशेष सत्र के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती थी, लेकिन उनकी तरफ से तो पूरी दुनिया के सामने मार्केटिंग कर दी गई कि इंडिया, भारत बन चुका है। बिना कुछ बोले ही काफी कुछ बता दिया गया।

यहां ये समझना जरूरी बीजेपी के लिए हमेशा से ही राष्ट्रवाद और हिंदुत्व तो सबसे अहम मुद्दे रहे हैं। वर्तमान स्थिति में जी20 की सफलता से बीजेपी के राष्ट्रवाद नेरेटिव को भी हवा मिलती है और उसी जी20 में भारत का जिक्र कर हिंदुत्व को भी धार दे दी गई है। इस समय जी20 की सफलता को बीजेपी भुनाने की पूरी कोशिश करने वाली है। दिखाने का प्रयास रहेगा कि पीएम मोदी की लीडरशिप में भारत की साख पूरी दुनिया में और ज्यादा बढ़ गई है। वहीं पूरी दुनिया के सामने खुद को भारत बताकर संदेश दिया जाएगा कि बीजेपी और पीएम मोदी को देश की संस्कृति से प्यार है, सनातन के लिए वे लगातार खड़े हैं।

अब जिस समय विपक्षी गठबंधन ने अपना नाम इंडिया रख दिया था, बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये थी कि इंडिया का काउंटर कैसे किया जाएगा। शुरुआत में तो इंडिया को ही ब्रिटेश राज से जोड़कर घेरने का प्रयास किया गया, लेकिन अब भारत से उसका मुकाबला करवा अलग ही तरह की सियासत को अंजाम दिया जा रहा है। अभी तक जो विपक्ष ये समझ रहा था कि उसने नेरेटिव मोदी बनाम इंडिया वाला सेट कर दिया है, उस बीच भारत की इस एंट्री ने सारे समीकरण बिगाड़ दिए हैं। अब अगर भारत का विरोध किया जाता है तो बीजेपी उसे भी काफी आसानी से देश विरोध से जोड़ सकती है और उस स्थिति में दोनों राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के मुद्दे पर पार्टी को विपक्ष के ऊपर एक एज मिल जाएगा।