भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव के बीच उत्तराखंड के रानीखेत के चौबटिया मिलेट्री स्टेशन में भारतीय सेना और यूएस आर्मी पेसिफिक के बीच संयुक्त द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास (annual bilateral exercise) किया गया। सेना की ओर से बताया गया कि आतंकवाद निरोधक और आतंकवाद के खिलाफ अभियान पर केंद्रित दो सप्ताह चलने वाला भारत-अमेरिका संयुक्त सैन्य अभ्यास बहुत सफल रहा। यह अभ्यास युद्ध अभ्यास सीरीज का 12वां अभ्यास था, युद्ध अभ्यास की शुरुआत 2004 में अमेरिका सेना के प्रशांत साझेदारी कार्यक्रम के तहत हुई थी। इसमें अमेरिकी सेना के करीब 225 कर्मियों और भारतीय सेना के इतनी ही संख्या में जवानों ने हिस्सा लिया।
इस युद्ध अभ्यास में दोनों देशों की टीमों ने एक्सप्लोसिव डिवाइस लैंस से कैसे निपटा जाए, रेड, कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन आदि को गुर सीखने के प्रयास किए। इस अभ्यास में भारतीय सेना की एक इंफेंट्री बटालियन के एक कंपनी ग्रुप और अमेरिकी सेना की 20वीं इंफेंट्री रेजीमेंट की पांचवीं बटालियन ने हिस्सा लिया।
सैन्य अभ्यास की समाप्ति पर अमेरिकी सेना के मेजर जनरल ऑमस जेम्स ने कहा कि भारत और अमेरिकी सेना के बीच कभी रिश्ते इतने मजबूत नहीं रहे और सैन्य अभ्यास से परस्पर कार्य क्षमता बढ़ाने में काफी मदद मिली। सेना की ओर से कहा गया कि इस ज्वाइंट एक्सरसाइज ‘निश्चित तौर पर’ अभूतपूर्व रूप से सफल रहा। पिछले कुछ सालों में दोनों देशों ने संयुक्त अभ्यास के कार्यक्षेत्र और तत्व को उत्तरोत्तर रूप से बढ़ाने का निर्णय किया।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव बढ़ गया है। जम्मू-कश्मीर के उरी में एक सैन्य शिविर पर 18 सितंबर को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ गया है। हमले में 18 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। पाकिस्तान ने हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक-दूसरे पर निशाना साधा।