कोरोनावायरस के बढ़ते केसों के बीच अब देशभर में लोगों ने पश्चिम बंगाल में जारी चुनाव प्रचार और हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले को जल्द खत्म करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि यह चुनावी रैलियां और कुंभ स्नान कोरोना का हॉटस्पॉट बन सकते हैं। अब इसे लेकर इंडिया टीवी के एंकर रजत शर्मा ने भी ब्लॉग पोस्ट लिखा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश की हालत बेहद चिंताजनक है। बेड्स की कमी से लेकर कर्फ्यू और कुंभ में जुट रही श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर रजत शर्मा ने कहा कि खतरे से आंख मूंद लेना ठीक नहीं है। लेकिन इसे लेकर ट्विटर यूजर्स ने उन पर हमला बोल दिया। कई लोगों ने तो कहा कि टीवी एंकर सही समय पर रास्ते पर आ रहे हैं।

क्या बोले रजत शर्मा?: एंकर ने सीधे तौर पर कुंभ के इंतजामों पर सवाल उठाते हुए कहा, “हरिद्वार कुंभ के दृश्य सभी देख सकते हैं। इस मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की जांच के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के पालन की कोशिश नहीं की गई। आरटी-पीसीआर टेस्ट भी नहीं कराया गया। अब जबकि इतने सारे साधुओं और बड़े संतों की कोरोना रिपोर्ट पॉटिजिव आई है और कुछ ‘शाही स्नान’ बाकी हैं, तब उत्तराखंड शासन जनहित में मेला बंद करने का फैसला क्यों नहीं ले सकता?”

रजत शर्मा ने कहा, “ज्यादातर अस्पतालों और श्मशानों में हालात भयावह बने हुए हैं। इसके बावजूद ऐसे हजारों लोग हैं जो लापरवाह हैं। राजनीतिक नेताओं ने भी अपना दृष्टिकोण नहीं बदला है जबकि उनपर लोगों को सावधानी बरतने के लिए समझाने की जिम्मेदारी है।”

ट्विटर पर नाराज हुए यूजर्स: हालांकि, उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स नाराज हो गए। रविंद्र राव नाम के एक यूजर ने ट्वीट में लिखा, “शर्मा जी आपकी भी नही सुनी जाएगी। ये चुनावी दीवाने हैं। ध्यान दे UP सरकार को समझाएं।” महेश खंजांची नाम के एक और यूजर ने कहा, “कोरोना संक्रमण से मरते लोग जलती चिताएं केन्द्र सरकार के लचीले रवैये और प्रांतीय सरकारों की अदूरदर्शिता के दुष्परिणाम देश भोगने मजबूर है। यदि आज से 20 दिन पहले प्रशासकीय सख्ती के साथ लॉक डाउन लगा दिया गया होता तो ये विभत्स दृश्य ना देखने पड़ते।”

विक्रम सिंह नाम के एक यूजर ने इस ट्वीट के लिए रजत शर्मा पर ही निशाना साधते हुए कहा, “आपके तो खुले थे क्या उखाड़ लिया जितना मोदी भक्ति में व्यस्त रहे भाजपा सरकार बनवाने की चिन्ता में पतले हो रहे थे कास उसका कुछ प्रतिशत मोदी जी का ध्यान दिलाने में लगाया होता तो कितना अच्छा होता।” ट्विटर हैंडल @Mishra555Rajeev ने कहा, “इलाहाबाद, लखनऊ, भोपाल, छत्तीसगढ़, राजस्थान, आदि में कौन सा कुंभ लगा हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर मोदी सरकार की बड़ी नाकामी है और अब स्थिति उनके हाथों से निकल चुकी है।”