भारत ने आज चांदीपुर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) में जमीन से हवा में वार करने वाली स्वदेशी मिसाइल आकाश का सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल को डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने विकसित किया है।

इस मौके पर एक सेना अधिकारी ने बताया कि वायु सेना के अधिकारियों ने लक्ष्यों पर निशाना साधकर तीन दौर में टेस्टिंग की जो सफल रही। आकाश 25 किलोमीटर तक मार करने और 60 किलोग्राम गोला-बारूद लेकर जाने की क्षमता रखती है। मिसाइल का टेस्टिंग आईटीआर के टेस्टिंग रेंज-3 में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक की गई।

आकाश मिसाइल में रामजेट-रॉकेट संचालन प्रणाली लगाई गई है। इस मिसाइल को इंटीग्रेटिड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत विकसित किया गया है।यह 2.8 से 3.5 मैक की सुपरसोनिक गति से उड़ान भर सकती है और करीब 25 किलोमीटर तक की दूरी के हवाई लक्ष्यों को भेद सकती है।

इस मिसाइल को जुलाई 2015 में वायु सेना में शामिल किया गया था। अमेरिकी एमआईएम-104 पैट्रियट मिसाइल की तुलना में आकाश में लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को भेदकर गिराने की क्षमता है।