ईरान पर इजरायल के ताजा हमलों के बाद तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। इस बीच भारत ने बातचीत के ज़रिए मामला हल करने को लेकर दोनों ही देशों को सलाह दी है। भारत ने पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता व्यक्त की है और संयम बरतने का आग्रह किया। विदेश मंत्रालय ने किसी देश का नाम लिए बिना एक बयान में कहा, “हम सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान दोहराते हैं।”
भारत की ओर से कहा गया कि इस तरह की दुश्मनी से किसी का फायदा नहीं है और बेकसूर नागरिकों को इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है। ईरान के विदेश मंत्री ने एक ताजा बयान में कहा है कि ‘अपने देश के लोगों की रक्षा के लिए उनके सामने कोई सीमा नहीं है।’
भारत का मजबूत बयान
भारत के ईरान और इजरायल दोनों ही देशों के साथ बेहतर रिश्ते हैं, ऐसे में भारत की और से ‘बातचीत’ की सलाह एक मजबूत बयान है। भारत ने दोनों देशों से शांति रखने की अपील करते हुए आम नागरिकों की ओर अपना ध्यान केन्द्रित किया है। इससे पहले आज दिन में इजरायली सेना ने कहा कि उसके विमानों ने उन जगहों को निशाना बनाया जिनका इस्तेमाल ईरान इजरायल पर दागी जाने वाली मिसाइलें बनाने के लिए करता था। हालांकि ईरान को हुए नुकसान को लेकर किसी तरह की स्पष्ट जानकारी इजरायल की ओर से नहीं दी गई है।
ईरान की राजधानी तेहरान में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं, हालांकि ईरान ने कहा कि इन हमलों से उसे बहुत ज़्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
भारत किसके साथ है?
भारत दोनों देशों के बीच 1 अक्तूबर से शुरू हुए तनाव के बाद से मामले पर नजर रख रहा है। भारत ने दोनों ही देशो से शांति की अपील की और किसी एक देश के समर्थन में कभी बयान नहीं दिया है। ऐसे में भारत ने ताजा बयान में भी दोनों ही देशों को आगाह किया है कि इस मुद्दे पर शांति बनाए रखना और बातचीत के ज़रिए मुद्दे को सुलझाना एक बेहतर विकल्प है।
ईरान-इजरायल तनाव के बीच आज क्या हुआ?
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के राष्ट्रीय पुलिस बल के 10 सदस्य तेहरान से 1,200 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में मारे गए हैं। यह हमला शनिवार की सुबह ईरान पर इजरायली हवाई हमलों के बाद हुआ। अभी तक किसी भी संदिग्ध की पहचान नहीं हो पाई है और किसी भी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
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ईरान ने इन हमलों को लेकर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि ‘हम हमारे सैन्य केंद्रों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाइयों की कड़ी निंदा करते हैं और अपनी धरती पर बाहरी हमलों के खिलाफ खुद का बचाव करने का हकदार है।
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