अचानक से बदले घटनाक्रम में इंडिया और पाकिस्तान के नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर्स ने रविवार को बैंकॉक में मुलाकात की। दोनों देशों के बीच ‘रचनात्मक सहयोग’ बढ़ाने पर रजामंदी बनी। भारत के एनएसए अजीत डोभाल और पाक एनएसए नासिर जांजुआ ने आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर और एलओसी पर शांति जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की। बाद में संयुक्त बयान भी जारी किया। बयान में कहा गया, ‘इस वार्ता में शांति और सुरक्षा, आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर, और एलओसी पर शांति बनाए रखने सहित कई दूसरे मुद्दों पर चर्चा हुई।’ इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। इससे पहले, दोनों पक्ष शांति प्रक्रिया के पटरी से उतरने को लेकर एक दूसरे पर आरोप मढ़ते रहे हैं। एनएसए की मुलाकात से इस हफ्ते विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्लामाबाद में होने वाले एक कॉन्फ्रेंस में जाने का रास्ता भी साफ हो गया है।
सितंबर महीने में दोनों देशों के एनएसए के बीच तय बातचीत आखिरी वक्त में रद्द हो गई थी। सितंबर में प्रस्तावित एनएसए स्तर की बातचीत के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और पाक पीएम नवाज शरीफ के बीच रूस के उफा में हुई मुलाकात में रजामंदी बनी थी। वहीं, माना जा रहा है कि पेरिस में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी शरीफ के बीच मुलाकात में इस ताजा बातचीत का फैसला लिया गया। बैंकॉक दोनों पक्षों के लिए ही सुविधाजनक जगह थी और इसलिए ही इसे चुना गया।
And here’s the full text of the Joint Press Release issued by the two NSAs pic.twitter.com/Nob1uyg2XI
— Vikas Swarup (@MEAIndia) December 6, 2015

