प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित किया है। इस दौरान पीएम मोदी ने साफ कह दिया है कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते हैं। पाकिस्तान को संदेश देते हुए उन्होंने कहा टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने आस्थाई तौर पर जवाबी कार्रवाई को स्थगित किया है। आगे कसौटी पर पाकिस्तान को परखेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान गंदा सच सभी ने देख लिया है।
इसके पहले भारत-पाकिस्तान के बीच में सीजफायर होने के बाद इंडियन आर्मी ने मीडिया को जानकारी दी थी। भारत-पाकिस्तान सैन्य कार्रवाई पर डीजीएमओ की प्रेस ब्रीफ्रिंग में डीजी एयर ऑपरेशन्स एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, ‘हमने यह भी दोहराया कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों और उनके सहायक ढांचे से है, न कि पाकिस्तानी सेना से। हालांकि, यह अफसोस की बात है कि पाकिस्तानी सेना ने हस्तक्षेप करने और आतंकवादियों का पक्ष लेने का विकल्प चुना, जिसके कारण हमें उसी तरह जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा।’ एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा कि हमारे युद्ध-सिद्ध सिस्टम समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और उनका डटकर मुकाबला किया है। एक और खास बात स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम, आकाश सिस्टम का शानदार प्रदर्शन रहा है।
शांति की लौटी उम्मीद: कश्मीर के सीमावर्ती गांव बारामूला के उरी से लेकर बांदीपुर के गुरेज तक आज धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं। कुपवाड़ा के तंगधार के एक शख्स ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, कल रात दोनों तरफ से कोई गोलीबारी नहीं हुई। उन्होंने आगे कहा कि नियंत्रण रेखा पर रहने वाले लोग तीन रातों की नींद हराम करने के बाद अपने घरों को वापस जा रहे हैं। पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से गोलाबारी और ड्रोन हमलों के दिनों के बाद पंजाब और राजस्थान में भी शांति की भावना लौट आई है। इसके अलावा, अधिकारियों ने संघर्ष विराम लागू होने के बाद शनिवार शाम की गोलीबारी के बाद से जम्मू के उधमपुर में किसी और उल्लंघन की सूचना नहीं दी है।
भारत-पाकिस्तान से जुड़ी तमाम लेटेस्ट अपडेट्स के लिए जुड़े रहिये जनसत्ता डॉट कॉम के साथ…
एयर मार्शल एके भारती, डीजी एयर ऑपरेशन ने बताया कि हमारी लड़ाई आतंकियों और उनके इन्फ्रास्ट्रक्चर से थी। इसलिए हमने सिर्फ उनके ठिकानों पर ही हमला किया था। हालांकि पाकिस्तानी मिलिट्री ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा। इसलिए हमारी कार्रवाई जरूरी थी। उनका जो भी नुकसान हुआ, इसके लिए वो ही जिम्मेदार हैं।
पाकिस्तानी गोलाबारी में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिवारों से मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, “3-4 दिनों तक जम्मू-कश्मीर में युद्ध जैसा माहौल था और पुंछ पाकिस्तानी गोलाबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। इसमें 13 अनमोल जानें चली गईं। यहां आने का मेरा मकसद उन घरों (पीड़ितों के) से मिलना था। मैंने यहां नागरिक समाज से मुलाकात की। मैंने पुंछ के लोगों को इस कठिन परिस्थिति में भी भाईचारा बनाए रखने के लिए धन्यवाद दिया। भविष्य में अगर ऐसी कोई घटना होती है तो इतने बड़े नुकसान से बचने के लिए हमें नागरिक समाज से सुझाव मिले हैं और हम इस पर काम करेंगे।”
सुरक्षाकर्मियों द्वारा एक विस्फोटक उपकरण को निष्क्रिय किया जा रहा है। विस्फोटक कथित तौर पर पाकिस्तान द्वारा दागा गया था।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत-पाकिस्तान सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) की वार्ता आज शाम को निर्धारित।
जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की गई गोलीबारी में बीएसएफ कांस्टेबल दीपक चिंगाखम ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। उनके चाचा चिंगाखम सुरजीत सिंह कहते हैं, “वह 23 साल के थे। वह खेलकूद में अच्छे थे। वह 2021 में बीएसएफ में शामिल हुए थे। हमें उन पर गर्व है।”
श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब उड़ानों के संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है। एक अधिकारी ने सोमवार को बताया, “एयरड्रोम क्लोजर नोटम को रद्द कर दिया गया है और श्रीनगर हवाई अड्डा उड़ान संचालन के लिए तैयार है।”
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर पहलगाम हमले पर संसद का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध करने पर कहा कि जब भी जरूरत पड़ी, सरकार ने लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा को बनाए रखते हुए सभी विपक्षी नेताओं को जानकारी दी।
पुणे में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने कहा, “युद्ध या हिंसा वह आखिरी चीज होनी चाहिए जिसका हमें सहारा लेना चाहिए, यही कारण है कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा कि यह युद्ध का युग नहीं है। यद्यपि युद्ध हम पर नासमझ लोगों द्वारा थोपा जाएगा, लेकिन हमें इसका स्वागत नहीं करना चाहिए। “फिर भी, लोग पूछ रहे हैं कि हमने पूर्ण युद्ध क्यों नहीं किया। एक सैन्य व्यक्ति के रूप में, यदि आदेश दिया जाता है, तो मैं युद्ध में जाऊंगा, लेकिन यह मेरी पहली पसंद नहीं होगी।”
जम्मू के पलौरा में बीएसएफ मुख्यालय में कांस्टेबल दीपक चिंगाखम के लिए पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया। जम्मू संभाग के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा सीमा पार से की गई गोलीबारी में घायल होने के कारण वह शहीद हो गए।
भारत-पाकिस्तान के बीच आपसी समझ पर डिफेंस एक्सपर्ट प्रफुल बख्शी कहते हैं, “दोनों देशों के DGMO बातचीत करके तय करेंगे कि आगे क्या होने वाला है, क्योंकि बहुत सी गलतफहमियां और गलत कम्युनिकेशन हुआ है। पाकिस्तान को भी अब यह समय मिल जाएगा कि वह जो हुआ उसका विश्लेषण करे और खुद को फिर से तैयार करे। ऐसा मत सोचिए कि पाकिस्तान शांत बैठने वाला है। पाकिस्तान चीन के इशारे पर ऐसा कर रहा है। चीन को अब समझ आ गया है कि पाकिस्तान को क्या-क्या दिया जा सकता है और किन-किन बातों पर ध्यान देना चाहिए… यह बैठक ‘अस्थायी शांति’ की घोषणा करेगी।”
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘भारतीय सेनाएं बहादुर और शक्तिशाली हैं। वे ऐसी स्थिति में हैं कि अगर पाकिस्तान कोई कार्रवाई करता है, तो वे उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे और पूरी तरह से हावी हो जाएंगे। दो दिन पहले, दूसरे देश, अमेरिका के राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हो गया है। आज के संदर्भ में यह एक निराशाजनक बयान है। ऐसा संदेश वाशिंगटन से नहीं, बल्कि नई दिल्ली से आना चाहिए था। हम भारत सरकार के साथ खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ़ उसके द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करते हैं।’
भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ आज संघर्ष विराम समझौते पर बैठक कर रहे हैं, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार कहते हैं, “हमें जो खोना था, वो खो दिया। युद्ध विराम समझौते पर कई संदेह रहे हैं, शायद कुछ अहसान किए गए होते, वरना अमेरिका के सामने झुकने की क्या ज़रूरत थी। अमेरिका को इतना महत्व देने की क्या ज़रूरत थी। पाकिस्तानी सेना भारतीय सेना के सामने टिक नहीं सकती, अगर हम आगे बढ़ने के बाद एक कदम पीछे हट गए, तो ऐसी बैठक से कुछ उम्मीद नहीं की जा सकती, हमने मौका खो दिया।”
पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त जी पार्थसारथी ने कहा, “पाकिस्तान में अब असीम मुनीर नामक एक सेना प्रमुख है। वह एक कट्टरपंथी है, और उसे व्यक्तिगत रूप से विश्वास था कि वह भारत से मुकाबला कर सकता है,और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ी है। उसे शर्मनाक तरीके से पराजित किया गया है।”
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पुंछ पहुंचकर पाकिस्तानी गोलाबारी से हुए हालातों का जायजा लिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए कहा – हाल ही में सीमा पार से हुई गोलाबारी के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह पुंछ पहुंचा। मैं उन परिवारों से मिलूंगा जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और अपनी संवेदना व्यक्त करूंगा। बाद में, मैं जमीनी स्थिति का आकलन करने और युद्ध विराम के बाद राहत और पुनर्वास उपायों की समीक्षा करने के लिए जिला प्रशासन के साथ बैठक करूंगा। हमारे लोगों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा, ‘मैं एक भारतीय के तौर पर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा हूं। पिछले कुछ सालों में भारत ने जिस तरह से आतंकवाद का खात्मा किया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिस तरह से भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, उससे पूरी दुनिया में एक संदेश गया है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक निर्णायक संदेश। भारतीय सशस्त्र बलों ने अनुकरणीय साहस दिखाया है। भाजपा और पूरे भारत के सभी कार्यकर्ता हमारी सेना, वायुसेना और नौसेना तथा उन सभी बहादुर सैनिकों का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता सुनिश्चित की।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7, एलकेएम में एक बैठक की अध्यक्षता की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस, तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद।
संसद का विशेष सत्र बुलाने की कांग्रेस की मांग पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “कई सवाल हैं. सेना ने बहादुरी से पाकिस्तान को सबक सिखाया है, इसमें कोई शक नहीं है। सरकार से सवाल हैं और वो सवाल तभी पूछे जा सकते हैं जब संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। मुझे लगता है कि पूरी दुनिया को देखना चाहिए कि भारतीय सेना कितनी पेशेवर है, सभी ने उनके जज्बे को सलाम किया।”
भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त होने पर सीपीआई सांसद डी राजा ने कहा, “हमें नहीं पता कि मध्यस्थता कैसे हुई, कैसे चर्चा हुई या मध्यस्थता के दौरान क्या विवरण शामिल थे। इसलिए हम मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी को लोगों और देश को विश्वास में लेना चाहिए और सच बताना चाहिए। प्रधानमंत्री को संसद के पटल पर स्पष्ट बयान देना चाहिए, जो हमारे लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था है।”
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तानी गोलाबारी में घायल हुए लोगों से मिलने पुंछ के एक सरकारी अस्पताल पहुंचे।
ऑपरेशन सिंदूर पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, “आज भाजपा, उसके कार्यकर्ता और देश के नागरिक सुरक्षा बलों का धन्यवाद करते हैं जिनकी वजह से ऑपरेशन सिंदूर सफल हो पाया है।”
ऑपरेशन सिंदूर पर बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि हम 26 लोगों की मौत का बदला लेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा था कि बदला दुश्मन की कल्पना से परे होगा और ऐसा ही हुआ। उन्होंने यह भी कहा था कि “मिट्टी में मिलाएंगे” और “घुस के मारेंगे”; हमने वही किया। प्रधानमंत्री मोदी के फैसले और हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी ने सुनिश्चित किया कि आतंकी स्थल मलबे में तब्दील हो जाएं। 22 अप्रैल से 7 मई तक देश में तनाव का माहौल था, तत्काल कार्रवाई की मांग थी। अतीत में सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद पाकिस्तान को अंदाजा नहीं था कि उस पर कब हमला होगा।”
जब पूछा गया कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम समझौते का फैसला सामरिक है या इससे पाकिस्तान को फायदा होगा, तो विंग कमांडर (रिटायर्ड) प्रफुल बख्शी कहते हैं, “दोनों ही कारण सही हो सकते हैं, हमें अपनी प्राथमिकता देखनी होगी, आतंकवाद को खत्म करना है और पीओके को हासिल करना है। फिलहाल, पीएम और ट्रंप के रिश्ते काफी अलग हैं, यह इंदिरा गांधी-रिचर्ड निक्सन के रिश्ते जैसा नहीं है। मैं पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की सोच से वाकिफ नहीं हूं, लेकिन पीएम सोच रहे होंगे कि यह कदम लंबे समय में फायदेमंद होगा, इसलिए पीओके पर कभी भी हमला हो सकता है, हम 15 दिन में इसे हासिल कर लेंगे। हम घबराए हुए नहीं हैं, हमने हालात को काबू में कर लिया है। पाकिस्तान को भी राहत मिलेगी। चीन उन्हें बेहतर तरीके से तैयार करने जा रहा है। लेकिन चीन चाहता है कि यह जारी रहे। मुझे लगता है कि सरकार का फैसला सोच-समझकर लिया गया है।”
केरल भाजपा अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “पिछले कुछ दिनों में भारत ने पाकिस्तान के साथ जो किया है, वह बिल्कुल अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सशस्त्र बलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद की हर घटना को युद्ध की कार्रवाई के रूप में देखा जाएगा और युद्ध की कार्रवाई का उचित जवाब दिया जाएगा। पिछले तीन दिनों में जो कुछ हुआ है, वह अभूतपूर्व है। जिस पहुंच और गहराई के साथ भारतीय सशस्त्र बलों ने लड़ाई को आगे बढ़ाया है, वह अभूतपूर्व है और भारत के स्वतंत्र इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।”
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से गोलाबारी के कारण ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी। उन्होंने कहा, “हम सभी को उन पर गर्व है, उन्होंने भारत के लोगों के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। बहादुर सशस्त्र बल हमारी रक्षा कर रहे हैं, और इसीलिए हम शांति से सो पा रहे हैं।”
व्योमिका सिंह ने दिल्ली के सेंट एंथनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने सेंट एंथनी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और बाद में दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के सैन्य संचालन महानिदेशक द्वारा आज दोपहर 2:30 बजे मीडिया ब्रीफिंग।
रामबन में चिनाब नदी पर बने बगलिहार जलविद्युत परियोजना बांध का एक गेट खोल दिया गया है।
राजस्थान के मंत्री मदन दिलावर ने कहा, “पाकिस्तान नष्ट होना चाहता है। भारतीय सेना उसे उसके दोहरे मापदंड दिखाने के लिए नहीं छोड़ेगी।”
भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव में प्रभावित लोगों के लिए विशेष पैकेज की मांग करते हुए, राजौरी से कांग्रेस विधायक इफ्तखार अहमद कहते हैं, ‘मैं पिछले 4-5 दिनों से लोगों के बीच रहा हूँ, कुछ लोग मारे गए, कुछ घायल हुए। गोलाबारी के कारण लोगों को बहुत नुकसान हुआ है। मैं लोगों से मिल रहा हूं, ये बहुत मज़बूत लोग हैं, वे बहादुरी से इसका सामना कर रहे हैं। इस मुश्किल घड़ी में हिंदू, मुसलमान एक साथ खड़े हैं। हमें इसका सामना करने के लिए एकजुट रहने की ज़रूरत है। मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए एसओपी का पालन करें। लोगों ने किसी तरह खुद को बचाया। हम स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं। मैं केंद्र से सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के लिए विशेष पैकेज देने का आग्रह करना चाहूंगा।”
दिलीप घोष ने ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य उन लोगों पर हमला करना था जो (पहलगाम) हमले में शामिल थे। भारत ने पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया, बल्कि आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। कई आतंकवादी मारे गए हैं। आतंकी ठिकानों को भी नष्ट कर दिया गया है। उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिला है और अगर जरूरत पड़ी तो सरकार भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई करेगी।”
