रविवार (24 जून) को मध्य भारत के कई इलाकों में मानसून ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में 29 जून से एक जुलाई के बीच पहुंच सकता है। बारिश करने वाले बादलों की हलचल शनिवार को देखी गई हैं जबकि मौसम वैज्ञानिक 10 दिन पहले इनका इंतजार कर रहे थे। हालांकि, उत्तरी भारत में असली मानसून आने से पहले, पूर्व मानसून की फुहारें इलाकों को मंगलवार (26 जून) या फिर बुधवार (27 जून) से तर करना शुरू कर देंगी। ये काफी सघन बरसात भी हो सकती है। रविवार को मानसून मध्य प्रदेश के दक्षिणी इलाके में पहुंचा था। इसके बाद यह गुजरात और महाराष्ट्र की तरफ बढ़ गया था।
भारतीय मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक एम. मोहापात्रा ने कहा,”मध्य और पूर्वी भारत में मानसून की बढ़त सोमवार और मंगलवार को भी जारी रहने की उम्मीद है। अगले कुछ ही दिनों में अच्छी बारिश की उम्मीद है। इस महीने के अंत तक हमें देर से आने के बावजूद मानसून का घाटा पूरा होने की उम्मीद है। हालांकि आर्थिक राजधानी मुंबई और शहर के कुछ उपनगरों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की जा रही है।”

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारी बारिश की चेतावनी के कारण मुंबई शहर की ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को जाम से निपटने की तगड़ी तैयारी की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जाम से निपटने के लिए 2,000 से ज्यादा कांस्टेबल और 750 से ज्यादा वॉर्डन सड़कों पर यातायात को नियंत्रित करेंगे। ये पानी को भरने से रोकने की कोशिश भी करेंगे। मुंबई पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त यातायात अमितेश कुमार ने कहा कि मुंबईवासी मौसम और ट्रैफिक के अपडेट पाने के लिए लगातार ट्विटर और रेडियो से जुड़े रहें।