भारत ने सामरिक शक्ति में एक और कामयाबी हासिल कर ली है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल “अस्त्र” का सफल परीक्षण किया है। परीक्षण को सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान से अंजाम दिया गया। सुखोई-30 MKI फाइटर प्लेन अस्त्र मिसाइल से लैस होकर पश्चिम बंगाल के एक एयरबेस से उड़ान भरा था। इस मिसाइल की खासियत यह है कि यह 70 किलोमीटर दूर दुश्मन को अपना निशाना बना सकती है। हवा में तैर रहे लक्ष्य को यह 5,555 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धावा बोलकर आराम से अपना निशाना बना सकती है।
भारतीय तकनीक से निर्मित इस मिसाइल का लाइव परीक्षण किया गया और इसने उम्मीद के मुताबिक अपना निशाना बेहद सटिक लगाया। इस दौरान इसे अलग-अलग राडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग और सेंसरों के जरिए निगरानी की गई और पाया गया कि यह प्रयोग में सफल है। सफल परीक्षण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और इंडियन एयरफोर्स को की टीम को बधाई दी है।
यह मिसाइल अपनी श्रेणी की हथियार प्रणालियों में काफी उम्दा है। अभी तक इसके कई परीक्षण किए जा चुके हैं जिसमें यह सटिक और घातक है। हवा से हवा में मार करने वाली यह भारत की विकसित पहली मिसाइल है। इसे सुखोई के अलावा मिग 29, सी हैरियर, मिराज 2000H में इसे लगाया जा सकता है।