लद्दाख में चीन की हरकतों के मद्देनजर भारत ने दो स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। भारत के इस कदम के बाद सरगर्मी बढ़ गई है। भारत ने जिन दो चॉपर्स को एलएसी पर तैनात किया है वो अभी विधिवत तरीके से भारतीय वायुसेना में शामिल नहीं किए गए हैं लेकिन उन्हें एयरस्पेस की सुरक्षा में तैनात कर  दिया है।

एचएएल के अध्यक्ष आर माधवन ने कहा यह दुनिया का सबसे हल्का अटैक हेलीकॉप्टर है जिसे एचएएल द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है, जो भारतीय सशस्त्र बलों की विशिष्ट और अद्वितीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए है। यह आत्मनिर्भर भारत की अहम भूमिका को भी दर्शाता है। लेह सेक्टर में अपने दो हेलिकॉप्टरों की तैनाती की जानकारी एचएएल ने अपने एक ट्वीट के जरिए दी।

क्या है खासियत:  लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर यानि एलसीएच हेलीकॉप्टर का वजन करीब 6 टन है। इसकी यही खूबी इसे बेहद हल्का बनाती है। वजन कम होने के चलते यह हाई एल्टीट्यूड एरिया में भी अपनी मिसाइल और दूसरे हथियारों के साथ टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकता है। इसके अलावा 70 एमएम के 12-12 रॉकेट के दो पॉड लगे हुए हैं‌। खास बात यह है कि  पायलट के हेलमेट पर ही कॉकपिट के सभी फीचर्स डिसप्ले हो जाते हैं जिससे पायलट को भी स्थिति भांपने में काफी आसानी होती है।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते लद्दाख सेक्टर की यात्रा के दौरान, IAF के वाइस चीफ एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा ने दौलत बेग ओल्डी एयरबेस से दो एलसीएच में से एक में में एलएसी के पास उड़ान भरी थी। इस दौरान एचएएल ने अपने बयान में कहा कि एयर मार्शल अरोरा ने एक ऊंचाई वाले स्थान से इस चॉपर में उड़ान भरी और इसका जायजा लिया। इस दौरान एलसीचएच ने उम्दा प्रदर्शन किया।