PUBG Ban: भारत-चीन सीमा विवाद के बीच केंद्र सरकार ने ड्रैगन को एक और झटका दिया है। केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने PUBG मोबाइल गेम समेत कुछ 118 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया है। इससे पहले 15 जून को गलवान घाटी में हुई भारत और चीनी सैनिकों की झड़प के बाद सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगाया था। प्रतिबंध की बात करें तो भारत सरकार सीमा विवाद के बीच अबतक कुल 224 चीनी ऐप्स पर बैन लगा चुकी है। PUBG के अलावा Baidu,APUS लॉन्चर प्रो जैसे ऐप पर भी सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है।
कहा गया है कि ये ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए हानिकारक हैं। बैन किए गए एप्स में APUS Launcher Pro- Theme, Live Wallpapers, Smart, APUS Launcher -Theme, Call Show, Wallpaper, HideApps, APUS Security -Antivirus, Phone security, Cleaner, APUS Turbo Cleaner 2020- Junk Cleaner, Anti-Virus, APUS Flashlight-Free & Bright, Cut Cut – Cut Out & Photo Background Editor, Baidu जैसे ऐप्स शामिल हैं।
देखें पूरी लिस्ट:
Government blocks 118 mobile apps which are prejudicial to sovereignty and integrity of India, Defence of India, Security of State and Public Order: Govt of India
PUBG MOBILE Nordic Map: Livik, PUBG MOBILE LITE, WeChat Work & WeChat reading are among the banned mobile apps. pic.twitter.com/VWrg3WUnO8
— ANI (@ANI) September 2, 2020
सरकार ने इससे पहले टिकटॉक और यूसी ब्राउजर समेत चीन के कई अन्य ऐप पर प्रतिबंध लगाया था। बयान में कहा गया, ‘‘सरकार ने 118 ऐसे ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिए खतरा हैं।’’ इसमें कहा गया कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय को विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं।
इन शिकायतों में एंड्रॉयड व आईओएस जैसे प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ मोबाइल ऐप के उपयोक्ताओं (यूजरों) का डेटा चुराकर देश से बाहर के सर्वरों पर भंडारित किये जाने की रिपार्ट भी शामिल हैं। बयान में कहा गया, ‘‘इन सूचनाओं का संकलन, इनका विश्लेषण आदि ऐसे तत्व कर रहे हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत की रक्षा के लिये खतरा हैं। यह अंतत: भारत की संप्रभुता और अखंडता पर जोखिम उत्पन्न करते हैं। यह बेहद गंभीर मसला है, जिसके लिये त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता थी।