भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों ने सोमवार को अपने टॉप डिप्लोमेट्स के साथ-साथ अन्य राजनयिकों को निष्कासित करने की घोषणा की। पिछले साल खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर यह विवाद शुरू हुआ। इस सबके बीच सरकारी सूत्रों ने कहा कि भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद बढ़ने से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को यह भी कहा कि बाइलेटरल ट्रेड का मूल्य महत्वपूर्ण नहीं है और कनाडाई फंड सिंगापुर, यूएई और अमेरिका जैसे देशों के माध्यम से अपना निवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “भारत एक पसंदीदा निवेश गंतव्य है और अमेरिका जैसे देशों में निवेशक भारत में निवेश करने के इच्छुक हैं।
कनाडा भारत में दाल के प्राथमिक स्रोतों में से एक है और अब यह ऑस्ट्रेलिया से भी आ सकता है। भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापारिक व्यापार वास्तव में 2022-23 में 8.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से थोड़ा बढ़कर 2023-24 में 8.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव का व्यापार पर असर
कनाडा से भारत का आयात बढ़कर 4.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया जबकि निर्यात में मामूली गिरावट देखी गई और यह 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक गिर गया। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान भारत का निर्यात 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर रहा जबकि आयात 1.37 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने भी कहा है कि भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव का अब तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर कोई असर नहीं पड़ा है।
वहीं, भारत-कनाडा के बीच विवाद के चलते फ्री ट्रेड अग्रीमेंट (FTA) की बातचीत को रोक दिया गया। व्यापार समझौते पर दोनों देशों के बीच अब तक आधा दर्जन से अधिक दौर की बातचीत हो चुकी है। मार्च 2022 में, दोनों देशों ने एक अंतरिम समझौते के लिए बातचीत फिर से शुरू की, जिसे आधिकारिक तौर पर प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौता (EPTA) कहा गया। ऐसे समझौतों में, दो व्यापारिक साझेदार अपने बीच व्यापार किए जाने वाले सामानों की अधिकतम संख्या पर सीमा शुल्क को या तो काफी कम कर देते हैं या खत्म कर देते हैं।
भारत में हैं कितनी कनाडाई कंपनियां
600 से अधिक कनाडाई कंपनियों की भारत में उपस्थिति है और 1,000 से अधिक कंपनियां सक्रिय रूप से भारतीय बाजार में कारोबार कर रही हैं। कनाडा में भारतीय कंपनियाँ आईटी, सॉफ्टवेयर, स्टील, नेचुरल रिसोर्स और बैंकिंग क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
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कनाडा को क्या निर्यात करता है भारत?
कनाडा को भारत के प्रमुख निर्यात में रत्न, आभूषण और कीमती पत्थर, फार्मास्युटिकल उत्पाद, रेडीमेड कपड़े, उपकरण, कार्बनिक रसायन, हल्के इंजीनियरिंग सामान, लोहा और स्टील के सामान शामिल हैं। मुख्य आयातित वस्तुओं में दालें, अखबारी कागज, वुड पल्प, एस्बेस्टस, पोटाश, लौह स्क्रैप, तांबा, खनिज और औद्योगिक रसायन शामिल थे।
कनाडा से भारत का दाल आयात 2023-24 में 930.32 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि 2022-23 में 370.11 मिलियन अमेरिकी डॉलर और 2021-22 में 411.24 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। पिछले वित्त वर्ष में देश का कुल दाल आयात 3.77 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। शिक्षा दोनों देशों के बीच एक प्रमुख क्षेत्र है। दो लाख से अधिक भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ रहे हैं।
(Input- PTI)