पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमरिंदर सिंह ने भारत-कनाडा संबंधों को बरबाद करने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की आलोचना की है। अमरिंदर ने शुक्रवार को कहा कि ट्रूडो का एकमात्र मकसद वहां चुनावों में सिख वोट हासिल करना है। अमरिंदर सिंह ने यह टिप्पणी भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते संबंधों के बीच की है।

भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद पर एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘‘ट्रूडो ने भारत और कनाडा के संबंधों को बरबाद कर दिया है। ट्रूडो की दिलचस्पी केवल एक चीज में है और वह है कनाडा में चुनाव में सिख वोट हासिल करना।’’ खन्ना में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सीएम ने कहा, ‘‘उन्हें ट्रूडो को इसकी परवाह नहीं है कि क्या होता है। उन्होंने पहले भी ऐसा किया है। वह खालिस्तानियों को बढ़ावा दे रहे हैं। यह कुछ ऐसी चीज है जो स्वीकार्य नहीं है।’’

पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने कनाडा के तत्कालीन रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन की भारत यात्रा के दौरान उनसे मिलने से इनकार कर दिया था और उन्हें खालिस्तानी समर्थक कहा था। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं मुख्यमंत्री था, तब कनाडा के रक्षा मंत्री भारत की यात्रा पर आये थे। मैंने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था।’’

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मैंने ट्रूडो से मिलने से इनकार कर दिया- अमरिंदर सिंह

ट्रूडो द्वारा 2018 में की गई भारत यात्रा को याद करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब ट्रूडो यहां आए, तो वह मुझसे मिलना चाहते थे। मैंने कहा कि मैं उनसे नहीं मिलना चाहता। वह पंजाब की यात्रा करना चाहते थे। तब भारत सरकार ने कहा कि अगर आप मुख्यमंत्री से नहीं मिलने वाले हैं, तो आप पंजाब नहीं जा सकते। तब हमें मिलना पड़ा था।’’ पंजाब की अपनी यात्रा के दौरान ट्रूडो और उनका परिवार अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर गया था।

भारत-कनाडा के बीच तनाव

कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथियों को वहां की सरकार द्वारा समर्थन दिये जाने के कारण दोनों देशों के संबंध सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। कनाडा ने अपने नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में हत्या के मामले में पिछले हफ्ते कहा था कि भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा और पांच अन्य राजनयिक इस मामले की जांच के तहत जांच के दायरे में हैं। इसके बाद, भारत ने वर्मा और उन पांचों राजनयिकों को वापस बुला लिया था। भारत ने कनाडा पर खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियों को रोकने के लिए कुछ भी नहीं करने का आरोप लगाया है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता को कमजोर करना चाहते हैं।

(Input- Bhasha)