इजरायल – हमास के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। हमास के हमले के बाद इजरायल की तरफ से लिए गए एक्शन में फिलिस्तीन को जान और माल का बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। अब भारत में फिलिस्तीन के राजदूत अदनान अबू अल-हैजा की तरफ से इजरायल – हमास युद्ध में मध्यस्ता को लेकर बड़ा बयान दिया गया है। उनका कहना है कि वो भारत से मध्यस्थता करने की उम्मीद रखते हैं।

शनिवार को दिल्ली में न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में भारत में फिलिस्तीन के राजदूत अदनान अबू अल-हैजा ने कहा कि उन्हें भारत जैसे दोस्त की तरफ से मध्यस्थ की भूमिका निभाए जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं कि भारत एक शांतिपूर्ण देश है, इसलिए हम उन्हें यह भूमिका निभाने के लिए बोल रहे हैं…वे दोनों (देशों) के मित्र हैं।”

अमेरिका और ब्रिटेन भी कर रहे इजरायल – हमास युद्ध विराम पर काम

अमेरिका और ब्रिटेन की विदेशी खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने शनिवार को कहा कि वे गाजा में युद्ध विराम के लिए लगातार काम कर रहे हैं। अमेरिका की CIA निदेशक विलियम बर्न्स और यूके की MI6 के प्रमुख रिचर्ड मूर ने कहा कि उनकी एजेंसियों ने “संयम बरतने और तनाव कम करने के लिए हमारे खुफिया तंत्र का उपयोग किया है।”

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न्यूज एजेंसी भाषा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, फाइनेंशियल टाइम्स के लिए लिखे गए एक लेख में दोनों इंटेलिजेंस चीफ ने कहा कि इजरायल – हमास युद्ध में संघर्ष विराम से “फलस्तीनी नागरिकों की पीड़ा और जीवन की भयावह क्षति समाप्त हो सकती है और 11 महीने की नरकीय कैद के बाद बंधकों को घर वापस लाया जा सकता है।

बाइडेन भी दे चुके हैं संकेत

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में कहा कि “बस कुछ और मुद्दे” अनसुलझे रह गए हैं। हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि सफलता की रिपोर्ट “बिल्कुल गलत” है। अमेरिका और ब्रिटेन दोनों ही इजरायल के कट्टर सहयोगी हैं, हालांकि लंदन ने सोमवार को वाशिंगटन से अलग रुख अपनाते हुए इजरायल को कुछ हथियारों का एक्सपोर्ट रोक दिया। लंदन की तरफ से इस बात की आशंका जताई गई कि उसके द्वारा दिए जाने वाले हथियारों का इस्तेमाल इंटरनेशनल रूल्स तोड़ने के लिए हो सकता है। (इनपुट – ANI / भाषा)