भारतीय टीम ने हाल ही में अपने खेल में काफी सुधार किया है लेकिन शुक्रवार से शुरू हो रहे हाकी विश्व फाइनल्स के पहले मैच में अर्जेंटीना को हराने के लिए उसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। भारत को बेहद कठिन ग्रुप बी मिला है जिसमें दुनिया की पांचवें नंबर की टीम अर्जेंटीना, दूसरे नंबर की नीदरलैंड और तीसरे नंबर की जर्मनी है। हाई परफार्मेंस निदेशक और मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमेंस के मार्गदर्शन में भारत के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है और टीम विश्व रैंकिंग में दो पायदान चढ़कर छठे स्थान पर पहुंच गई है। सरदार सिंह की अगुआई वाली टीम ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टैस् मैचों की सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन किया हालांकि उसे आखिरी टैस्ट पेनल्टी शूटआउट पर गंवाना पड़ा।
हाकी विश्व लीग फाइनल एकदम अलग टूर्नामेंट होगा जिसमें दुनिया की शीर्ष आठ टीमें मैदान में होंगी। भारत, अर्जेंटीना, जर्मनी और नीदरलैंड पूल बी में हैं जबकि दुनिया की नंबर एक टीम आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, बेल्जियम और कनाडा पूल ए में हैं। सभी आठ टीमें रियो ओलंपिक 2016 के लिए क्वालीफाई कर चुकी है लिहाजा यह टूर्नामेंट उनके लिए एक दूसरे को आंकने का भी सुनहरा मौका है।
हाकी विश्व लीग फाइनल के विजेता को ट्राफी और विश्व रैकिंग में उछाल के साथ 2016 चैंपियंस ट्राफी में सीधे प्रवेश का मौका मिलेगा। यह टूर्नामेंट चार से 12 जून तक अर्जेंटीना में खेला जाएगा। भारत और अर्जेंटीना के बीच पहले मैच के अलावा शुरुआती दिन यूरोपीय दिग्गज जर्मनी और नीदरलैंड भी एक दूसरे से खेलेंगे। विश्व रैंकिंग को देखते हुए यह रोचक मुकाबला होगा क्योंकि भारत रैंकिंग में अर्जेंटीना से एक ही पायदान नीचे है। भारत एंटवर्प में हाकी विश्व लीग सेमीफाइनल में चौथे स्थान पर रहा था लेकिन अपनी सरजमीं पर हो रहे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहेगा।
भारत की 18 सदस्यीय टीम की कमान स्टार मिडफील्डर सरदार सिंह के हाथ में होगी जबकि गोलकीपर पीआर श्रीजेश उपकप्तान होंगे। डिफेंस का दारोमदार बीरेंद्र लाकड़ा, कोथाजीत सिंह, जसजीत सिंह कुलार, वीआर रघुनाथ और रुपिंदर पाल सिंह पर होगा। सरदार, चिंगलेनसाना सिंह, देविंदर वाल्मीकि, मनप्रीत सिंह, धरमवीर सिंह और दानिश मुज्तबा पर मिडफील्ड का दारोमदार होगा जबकि एसवी सुनील, रमनदीप सिंह, आकाशदीप सिंह, तलविंदर सिंह और मोहम्मद आमिर भारतीय आक्रमण का जिम्मा संभालेंगे।
दूसरी ओर पेन अमेरिका चैंपियन अर्जेंटीना पिछले साल विश्व कप में कांस्य जीतने के बाद रैंकिंग में पांचवें स्थान पर आ गया। वह ब्यूनस आयर्स में हाकी विश्व लीग सेमीफाइनल में दूसरे स्थान पर रहा था। उसके प्रदर्शन का दारोमदार बहुत हद तक लुकास विला पर होगा जबकि 2014 में एफआइएच के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी रहे गोंजालो पेलाट भी बेहतरीन पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञ हैं।
भारतीय कप्तान सरदार सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ हाकी खेलना है। एक टीम के रू प में हमारे प्रदर्शन में सुधार आया है लेकिन अभी और बेहतर करने की जरूरत है। हमारा लक्ष्य रियो ओलंपिक से पहले इसमें और सुधार करना होगा। उन्होंने कहा कि यह कठिन प्रतिस्पर्धा है। हर टीम के लिए यह चुनौती कठिन है क्योंकि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमें मैदान में है। आस्ट्रेलिया के कप्तान मार्क नोल्स ने कहा कि यह काफी अच्छा टूर्नामेंट होगा क्योंकि दुनिया की शीर्ष आठ टीमें खेल रही हैं। हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें बड़ी टीमों से अक्सर खेलने का मौका नहीं मिलता।