आज लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। इस समारोह में सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़, गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेता दिखाई दिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी न्योता भेजा गया था लेकिन वह लाल किले पर नहीं पहुंच पाए। जिस कुर्सी पर उन्हें आकर बैठना था खाली दिखाई दी। उनके यहां नहीं पहुंचने की क्या वजह रही है? क्या अटकले हैं, आइए समझते हैं।  

क्यों नहीं आए मल्लिकार्जुन खड़गे? 

 राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लाल किले पर नहीं पहुंचे। इसकी खास वजह तो उन्होंने नहीं बताई है लेकिन नहीं पहुंचने की वजह सुरक्षा कारण बताया जा रहा है। कहा यह भी जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपने घर और पार्टी दफ्तर में भी झंडा फहराना था और सुरक्षा कारणों की वजह से उन्हें वापस लौटना था, इसी वजह लाल किला नहीं गए। 

लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में मल्लिकार्जुन खड़गे के नहीं पहुंचने को लेकर किए गए सवाल पर कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने कहा, “खड़गे साहब यहां (एआईसीसी मुख्यालय) आए और हमें संबोधित किया। उन्होंने हमें और देश के लोगों को प्रोत्साहित किया। इस बारे में बात की कि कांग्रेस और बड़े नेताओं ने देश को आजादी कैसे दिलाई और देश का निर्माण कैसे किया।”

खड़गे ने ट्वीट कर दी बधाई

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। खड़गे ने लिखा,”आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ व बधाई। लोकतंत्र और संविधान हमारी देश की आत्मा है।

हम यह प्रण लेते हैं कि हम देश की एकता और अखंडता के लिये, प्रेम और भाईचारे के लिए, सौहार्द और सद्भाव के लिए लोकतंत्र और संविधान की स्वतंत्रता क़ायम रखेंगे। जय हिन्द”

लाल किले के कार्यक्रम में खड़गे की अनुपस्थिति ने एक नया विवाद शुरू कर दिया है। क्योंकि पार्टी ने दावा किया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, लेकिन उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के कई मंत्री लाल किले के कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे. राजीव शुक्ला ने कहा, “खड़गे जी कांग्रेस कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में व्यस्त हैं। कई मंत्री लाल किले नहीं पहुंचे। इससे क्या फर्क पड़ता है? वे सभी स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग ले रहे हैं।”