देशभर में कई ठिकानों पर आज इनकम टैक्स की रेड जारी है। इसी क्रम में इनकम टैक्स ने थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के ऑफिस पर भी छापेमारी की है। छापेमारी पर सीपीआर की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं आई है।

यह थिंकटैंक 1973 में स्थापित हुआ था और खुद को एक गैर-लाभकारी, गैर-पक्षपातपूर्ण, स्वतंत्र संस्थान के रूप में वर्णित करता है, जो अनुसंधान करने के लिए समर्पित है। यह छात्रवृत्ति, बेहतर नीतियों और भारत में जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों के बारे में रिसर्च करता है। घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने एनडीटीवी को बताया कि छापेमारी गुजरात, महाराष्ट्र और हरियाणा में 20 से अधिक पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के फंडिंग को लेकर की गई है।

सीपीआर गवर्निंग बोर्ड की वर्तमान में चेयरपर्सन राजनीतिक वैज्ञानिक मीनाक्षी गोपीनाथ हैं, जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ाती थीं और नई दिल्ली में लेडी श्री राम कॉलेज की प्रिंसिपल थीं। अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी यामिनी अय्यर हैं। बोर्ड के सदस्यों में पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन और आईआईएम के प्रोफेसर रमा बीजापुरकर शामिल हैं। सीपीआर पहले शिक्षाविद प्रताप भानु मेहता के नेतृत्व में कार्य करता था, जिन्हें मौजूदा केंद्र सरकार का एक प्रमुख आलोचक माना जाता है।

सीपीआर की वेबसाइट पर लिखा है कि सीपीआर कॉर्पोरेट परोपकार, सरकारों और बहुपक्षीय एजेंसियों सहित विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से अनुदान प्राप्त करता है। साथ ही यह भी कहा गया है कि वार्षिक वित्त और अनुदान का पूरा लेखा-जोखा उपलब्ध है।

वहीं इनकम टैक्स ने राजस्थान सरकार में राज्यमंत्री राजेंद्र यादव और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर रेड डाली है। बुधवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे से छापेमारी जारी है। मामला मिड डे मील की सप्लाई में गड़बड़ी से जुड़ा है। कोटपूतली में मिड डे मील का राशन सप्लाई करने वाली जिस फैक्ट्री में छापेमारी हुई है, वह राजेंद्र यादव की बताई जा रही है। उनके जयपुर स्थित सरकारी और निजी आवास के अलावा कुछ ठिकानों पर टीमें मौजूद हैं।

इनकम टैक्स ने जयपुर में मंत्री के बेटों के घर सहित उत्तराखंड, गुड़गांव में भी छापा मारा है। कार्रवाई में इनकम टैक्स द्वारा लगभग 100 वाहनों का इस्तेमाल किया गया है।