रानीखेड़ा के वीरान रेगिस्तानी क्षेत्र की घटना दिल को झकझोरने वाली है। रोड़ा-धुलिया सरहद में 6 साल की बच्ची ने प्यास से तड़फ-तड़फ कर दम तोड़ दिया तो उसकी 60 साल की नानी गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल है। विडंबना है कि जिस जगह ये दोनों मिलीं वहां से महज 1 किमी दूर कृषि कुएं थे और दो किमी दूर छितराई आबादी। लेकिन वो वहां तक नहीं पहुंच पाई जिससे बच्ची मर गई।
घटना रविवार की है पर ये सोमवार को सामने आई। अस्पताल में दाखिल सुखीदेवी सिरोही जिले के रायपुर में अपने पीहर में रहती है। उसके पति अर्जुन सिंह का पहले ही निधन हो चुका है। वो कभी कभार जालौर के डुंगरी स्थित ससुराल में देखरेख के लिए आती है। अंजलि की मां विवाह करने के बाद उसे नानी के पास छोड़ गई थी। रविवार सुबह सुखीदेवी अपनी नातिन को लेकर डुंगरी के लिए निकली थी। सफर 22 किमी का था लेकिन वो शार्टकट अपना 15 किमी के रास्ते पर आ गई। विडंबना थी कि दोनों ने अपने साथ पानी तक नहीं लिया। तपती दोपहरी में ये भारी भूल साबित हुई।
पोस्टमार्टम की टीम में शामिल डॉ. शंकरलाल के मुताबिक- दोनों के शरीर में पानी की कमी हो गई थी। तपती रेत में गिरी अंजलि का ब्लड प्रैशर काफी कम मिला। रिपोर्ट के हिसाब से दिल की धड़कन रुकने से बच्ची की मौत हुई। वहीं बुजुर्ग महिला की हालत भी बच्ची जैसी ही थी। उनका भी बीपी काफी कम था। लेकिन अब हालत स्थिर है। डॉक्टरों का कहना है कि सुखीदेवी को 1 डेढ़ घंटे पहले अगर अस्पताल नहीं लाया जाता तो उसका बचना भी मुश्किल था।
वृद्धा का कहना है कि थकान से बचने के लिए उसने छोटा रास्ता अपनाया था। इस रास्ते के एक तरफ रेतीले धोरो वाला वीरान क्षेत्र है जबकि दूसरी तरफ पहाड़ी। 45 डिग्री की झुलसती गर्मी में दोपहर 1 बजे तक दोनों बेदम हो गिर पड़ीं। जानकारों का कहना है कि 7 किमी के इस इलाके में 5 किमी के दायरे में कहीं पर भी पानी का इंतजाम नहीं था। रास्ते में कहीं छांव भी नहीं थी जो राहत दे सके।
वृद्धा का कहना है कि रास्ते में उन्हें एक चरवाहा मिला। उसके पास पानी था लेकिन लाख गुहार करने पर भी उसने पानी नहीं दिया। अगर वो एक-एक घूंट भी पानी पिला देता तो बच्ची की जान बच सकती थी। उसने अपनी आंखों के सामने अंजलि को तड़फ-तड़फ कर मरते देखा, लेकिन वो कुछ नहीं कर सकी। वृद्धा की जान तभी बच सकी जब एक चरवाहे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। राय.पुर सरपंच छगन लाल और रायपुर थाना प्रभारी शाम 5 बजे मौके पर पहुंचे। पुलिस ने वृद्धा को पानी पिलाया तब वो बच सकी।