दुनिया के बेहतरीन उच्च शिक्षण संस्थानों को लेकर टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) की लिस्ट में टॉप 300 में से भारत का एक भी उच्च शिक्षण संस्थान नहीं है। भारत के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आईआईटी) दिल्ली का भी नाम इस लिस्ट में नहीं है। इस बीच खबरें आईं कि कई आईआईटी संस्थान इससे नाराज हैं लेकिन मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऐसी खबरों का खंडन किया है और कहा है कि कोई भी संस्थान ग्लोबल रैंकिंग से नाराज नहीं है।

केंद्रीय मानव संसाधान विकास मंत्रालय के सचिव आर सुब्रमण्यम ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी है, “किसी भी आईआईटी की ओर से ऐसी कोई नाराजगी या शिकायत नहीं मिली। इसके अलावा, गुणवत्ता में सुधार और वैश्विक रैंकिंग के लिए IIT और सरकार के बीच धारणा में कोई अंतर नहीं है।” इसके साथ ही उन्होंने ऐसी खबरों को गलत बताया है।

‘द प्रिंट’ में इस बारे में एक रिपोर्ट छपी थी जिसके मुताबिक आईआईटी ने मंत्रालय से ग्लोबल रैंकिंग पर नाराजगी जाहिर की थी। द प्रिंट के मुताबिक ये संस्थान मंत्रालय से आधिकारिक तौर पर टीएचई अथॉरिटीज से इस संबंध में संपर्क करने के लिए कह रहे हैं लेकिन मंत्रालय के सचिव ने इसका खंडन किया है।

बता दें कि लंदन स्थित टीएचई मैजग्जीन ने कई पैरामीटर्स के आधार पर यह लिस्ट तैयार की है। साल 2012 के बाद यह पहला मौका है कि देश का कोई भी उच्च शिक्षण स्थान टॉप-300 में स्थान नहीं बना पाया है। लिस्ट में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) और आईआईटी रोपड़ दो ऐसे उच्च शिक्षण संस्थान हैं जो 301-350 के रैंकिंग ग्रुप में स्थान बना पाए हैं।