Former J&K governor Satyapal Malik: किडनी की बीमारी से जूझ रहे जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक को 11 मई को राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। सत्यपाल मलिक ने आज अपनी हेल्थ का अपडेट देते हुए पोस्ट किया और लिखा कि हालत बहुत गंभीर है। इतना ही नहीं उन्होंने एक फोन नंबर भी जारी किया है।
एक दिन पहले वरिष्ठ नेता ने एक्स पर पोस्ट कर बताया था कि वह पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें किडनी की समस्या है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘मैं पिछले लगभग एक महीने के करीब से हस्पताल में भर्ती हूं और किडनी की समस्या से जूझ रहा हूं। परसों सुबह से मैं ठीक था लेकिन आज फिर से मुझे ICU में शिफ्ट करना पड़ा। मेरी हालत बहुत गंभीर होती जा रही है। मैं रहूं या ना रहूं इसलिए अपने देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं।’
मुझे 150-150 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश हुई – सत्यपाल मलिक
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल ने आगे कहा, ‘जब गवर्नर के पद पर था तो उस समय मुझे 150-150 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश भी हुई परंतु में मेरे राजनीतिक गुरु किसान मसीहा स्वर्गीय चौधरी चरणसिंह की तरह ईमानदारी से काम करता रहा ओर मेरा ईमान वो कभी डिगा नहीं सकें। जब मैं गवर्नर था उस समय किसान आंदोलन भी चल रहा था, मैंने बगैर राजनीतिक लोभ लालच के पद पर रहते हुए किसानों की मांग को उठाया। फिर महिला पहलवानों के आंदोलन में जंतर-मंतर से लेकर इंडिया गेट तक उनकी हर लड़ाई में उनके साथ रहा।’
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मैं डरने वाला नहीं हूं – पूर्व राज्यपाल
सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘पुलवामा हमले में शहीद वीर जवानों के मामले को उठाया, जिसकी आज तक इस सरकार ने कोई जांच नहीं करवाई है। सरकार मुझे CBI का डर दिखाकर झूठे चार्जशीट में फंसाने के बहाने ढूंढ रही है। जिस मामले में मुझे फंसाना चाहते हैं उस टेंडर को मैंने खुद निरस्त किया था, मैंने खुद प्रधानमंत्री को बताया था इस मामले में करप्शन है और उन्हें बताने के बाद में मैंने खुद उस टेंडर को कैंसिल किया, मेरा तबादला होने के बाद में किसी अन्य के हस्ताक्षर से यह टेंडर हुआ। मैं सरकार को और सरकारी एजेंसियों को बताना चाहता हूं कि मैं किसान कौम से हूं, मैं ना तो डरने वाला हूं ओर ना ही झूकने वाला हूं।’
सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘सरकार ने मुझे बदनाम करने में पुरी ताकत लगा दी, अंत में मेरा सरकार से ओर सरकारी एजेंसियों से अनुरोध है कि मेरे प्यारे देश की जनता को सच्चाई जरूर बताना कि आपको छानबीन में मेरे पास मिला क्या? हालांकि सच्चाई तो यह है कि 50 साल से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में बहुत बड़े-बड़े पदों पर देशसेवा करने का मौका मिलने के बाद आज भी मैं एक कमरे के मकान में रह रहा हूं ओर कर्ज में भी हूं। अगर आज मेरे पास धन दौलत होती तो मैं प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवाता।’ CBI ने दायर की भ्रष्टाचार केस में चार्जशीट