महाराष्ट्र कैडर की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है जिसे दो हफ्तों के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। अगर वे दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें बर्खास्त किया जा सकता है, नौकरी जाने की नौबत भी आ सकती है।

क्या नखरे दिखा रही थीं पूजा?

अब जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कई दिनों से गलत कारणों से IAS पूजा विवादों में चल रही हैं। प्रोबेशन पीरियड के दौरान ही जिस तरह से उन्होंने नखरे दिखाए, जिस तरह से उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया, जिस तरह से उन्होंने अपनी प्राइवेट गाड़ी पर नीली बत्ती लगाई, अब यह सब करना उन्हें भारी पड़ रहा है। बड़ी बात यह है कि पूजा उन चीजों की मांग कर रही थी जो उन्हें उनके पद के अनुसार मिल नहीं सकती थी।

जांच में क्या पता चला?

वे तो प्रोबेशन पर थीं, ऐसे में उन्हें बड़े अधिकारियों वाली सुविधाएं नहीं दी जा सकती थीं। लेकिन इस बात को पूजा ने एक बार भी नहीं समझा बल्कि खुद को इतना बड़ा मान लिया कि लाल बत्ती के लालच से लेकर पुलिस पर दबाव बनाने तक, उन्होंने हर वो कारनामा किया जिस वजह से अब उनकी नौकरी पर खतरा बन गया है। एक जांच में तो यह भी सामने आया है कि अपने रिश्तेदार को बचाने के लिए पूजा ने फोन पर एक पुलिस अधिकारी पर दबाव बनाया था।

पूजा की गाड़ी भी विवादों में

अभी तो एक और नोटिस भी पूजा के खिलाफ जारी हो चुका है। असल में पुलिस ने बताया कि जिस ऑडी कार को पूजा चला रही थीं, वो प्राइवेट कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। उस पर कुल 21 चालान बकाया है जो 27 हजार रुपये के आसपास बैठता है। वैसे गुरुवार को पुणे सिटी पुलिस की ट्रैफिक कंट्रोल ब्रांच की एक टीम बानेर में उनके आवास पर ऑडी कार के खिलाफ एक्शन लेने के लिए गई थी।