असम के राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विवादों के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया था कि कोलकाता पुलिस 11 अगस्त को प्रस्तावित बीजेपी की रैली को मंजूरी नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस इजाजत दे या नहीं वो हर हाल में कोलकाता जाएंगे। शाह ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि हिम्मत है तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। इसके कुछ देर बाद ही कोलकाता पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से कहा गया कि कोलकाता पुलिस पहले ही रैली की इजाजत दे चुकी है। बावजूद इसके एक पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है।
कोलकाता पुलिस ने ट्विटर पर लिखा है, “सोशल मीडिया पर कुछ अवांछित और मनगढ़ंत अटकलें लगाए जाने की सूचना मिली है, जिसमें कहा गया है कि एक राजनीतिक दल की प्रस्तावित 11 अगस्त की रैली को इजाजत नहीं दी गई है। इस बारे में स्पष्ट किया जाता है कि रैली के अनुरोध को पहले ही स्वीकृत किया जा चुका है।” बता दें कि कोलकाता के मायो रोड पर 11 अगस्त को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली होनी है। राज्य बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष देबजीत सरकार ने मीडिया को बताया है कि उन्हें कोलकाता पुलिस ने सूचना दी है कि शहर के मायो रोड पर रैली करने की अनुमति दे दी गई है।
Some unwarranted speculation in social media about denial of permission to a political party on 11 August has come to our notice.
It is to clarify that on request permission for meeting has already been granted.— Kolkata Police (@KolkataPolice) August 1, 2018
शाह ने राज्य में 50 फीसदी लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। अमित शाह ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से राज्य की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया है और पार्टी कार्यकर्ताओं से गांव स्तर तक लोगों को सचेत करने को कहा है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार एनआरसी के मुद्दे पर हमलावर हैं। ममता ने आरोप लगाया है कि वोट बैंक की राजनीति के कारण बीजेपी ने एनआरसी को हथियार बनाया है। ममता ने चेतावनी दी कि 40 लाख लोगों की नागरिकता खत्म करने से देश में गृह युद्ध छिड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि असल रूप में बीजेपी ही घुसपैठिया है।
