Tahawwur Rana News: 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के अहम साजिशकर्ताओं में से एक तहव्वुर राणा ने दिल्ली की कोर्ट ने आग्रह किया कि ऐसा कोई वकील नहीं होना चाहिए, जो उसके जरिये नाम और शोहरत कमाना चाहता हो। गुरुवार को राणा को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया था। तहव्वुर राणा को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। एनआईए ने कोर्ट से उसकी 20 दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 18 दिन की हिरासत मंजूर की।
एडिशनल सेशन जज चंदर जीत सिंह ने अपने आदेश में कहा, ‘आरोपी ने कहा कि ऐसा कोई वकील नहीं होना चाहिए, जो उसके जरिये नाम और शोहरत कमाता हुआ प्रतीत हो। हालांकि, लीगल सर्विस अथॉरिटी एक्ट 1987 में दिए गए वैधानिक योजना के मुताबिक मौजूद हैं, फिर भी आरोपी के आग्रह को मान लिया गया और यह निर्देश दिया गया है कि लीगल सर्विस वकील इस मामले के आरोपी के बारे में मीडिया से बात नहीं करेंगे। यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर लीग सर्विस वकील का विवरण पहले से ही मीडिया को नहीं पता है, तो उन्हें मीडिया को नहीं बताया जाएगा।’
मुंबई के साथ-साथ आगरा दहलाने की साजिश रच रहा था तहव्वुर राणा?
जज ने अपने आदेश में आगे लिखा, ‘अभियुक्त ने अपने वकील को निर्देश देने के लिए कुछ उपकरण तक पहुंच मांगी है। इसलिए अभियुक्त को अपने वकील के लिए निर्देश लिखने के लिए स्केच और कागज जैसे नरम टिप के साथ एक इंस्ट्रूमेंट दिया जाए।’ तहव्वुर राणा को एनआईए के हेडक्वार्टर के अंदर हाई सिक्योरिटी वाली कोठरी में रखा गया है।
एनआईए हेडक्वार्टर के आसपास कड़ी सुरक्षा
लॉक-अप ग्राउंड फ्लोर पर है और सीआईएसएफ कर्मियों और दो एनआईए अधिकारी इसकी 24 घंटे सुरक्षा करते हैं। एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ’24×7 निगरानी रखी जा रही है और राणा को मुख्यालय कैंटीन से खाना और जरूरी चीजें मुहैया कराई गई हैं।’ एनआईए हेडक्वार्टर के आसपास कड़ी सुरक्षा की गई है। बता दें कि राणा पाकिस्तानी सेना की मेडिकल कोर में काम करता था। उसे मुंबई हमलों के 11 महीने बाद अक्टूबर 2009 में शिकागो में गिरफ्तार किया गया था। तहव्वुर राणा पर 26/11 के हमले की योजना बनाने और इसके लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट देने का आरोप है। 26/11 केस में तहव्वुर राणा को लेकर अब तक क्या-क्या हुआ?