World News: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एलबी नगर के एक छात्र की अमेरिका के डलास शहर में लुटेरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। छात्र ने बीडीएस पूरा करने के बाद हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका गए थे। यहां वे एक गैस स्टेशन में पार्ट टाइम जॉब कर रहे थे। मृतक दलित छात्र पोले चंद्रशेखर अपने माता पिता का सहारा थे, उनकी असामयिक मौत से परिवार शोक में चला गया है।
दरअसल, यह मामला 3 अक्टूबर 2025 की है, जब वह डलास के एक गैस स्टेशन पर पार्ट टाइम काम कर रहा था। लोकल रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुबह के समय कुछ अज्ञात लुटेरे स्टेशन में घुसे और लूटपाट के इरादे से गोलीबारी शुरू कर दी।
सीने पर लगीं दो गोलियां
लुटेरों की अंधाधुंध गोलीबारी में चंद्रशेखर के सीने पर दो गोलियां लगीं। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाने के प्रयास किए गए लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी सांसें रुक गईं। फिलहाल, डलास पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच चल रही है।
परिवार में मातम
बेटे चंद्रशेखर की हत्या की खबर जैसे ही उनके परिवार तक पहुंची, तो पूरे परिवार में मातम पसर गया। एक तरफ माता पिता अपने बेटे के निधन पर सदमें हैं, तो दूसरी ओर उनके पड़ोस के लोगों की भी आंखे नम हैं। वे सभी चंद्रशेखर को एक मेहनती और महत्वाकांक्षी छात्र के तौर पर जानते हैं।
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2023 में गए थे अमेरिका
गौरतलब है कि चंद्रशेखर ने हैदराबाद में बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई की थी। इसके बाद वे 2023 में अमेरिका गए थे। वहां मास्टर्स की डिग्री पूरी की और बीते छह महीनों से नौकरी की तलाश में थे और पार्ट टाइम जॉब करना उन्हें भारी पड़ गया, क्योंकि वे लुटेरों की गोली का शिकार हो गए।
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BRS विधायक ने की राज्य सरकार से अपील
इस घटना की जानकारी मिलते ही बीआरएस विधायक सुधीर रेड्डी और पूर्व मंत्री टी हरीश राव शनिवार को मृतक चंद्रशेखर के घर पहुंचे और शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने इस पोस्ट लिखा कि जिस बेटे को माता-पिता ने ऊंचाइयों तक पहुंचने का सपना देखा था, उसकी ऐसी असमय मृत्यु किसी भी परिवार के लिए बहुत बड़ा दुख है।
विधायक ने कहा कि हम बीआरएस की ओर से राज्य सरकार से मांग करते हैं कि चंद्रशेखर का पार्थिव शरीर जल्द से जल्द भारत लाने की व्यवस्था की जाए।
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