भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली NDA की वर्तमान सरकार ने संसद की नई इमारत में जो सबसे पहला और ऐतिहासिक विधेयक पास कराया, वह लोकसभा और राज्य विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने वाला था। लोकसभा चुनाव प्रचार में भाजपा इस विधेयक की जोर-शोर से बात तो कर रही है लेकिन टिकट देने के मामले में अब तक पार्टी इस आंकड़े के पास तक नहीं पहुंची है। हालांकि बीजेपी ने पिछले तीन लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार सबसे अधिक महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है।
सातवीं सूची तक पार्टी की ओर से 409 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं जिनमें से 68 महिला उम्मीदवार हैं यानी करीब 17 फीसद। इनमें से एक वडोदरा की उम्मीदवार रंजनबेन भट्ट ने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। पार्टी ने 2009 के लोकसभा चुनाव में 433 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे जिनमें से 45 महिला उम्मीदवार थीं।
इसी तरह 2014 में कुल 428 उम्मीदवारों में से 38 और 2019 में कुल 436 प्रत्याशियों में से 55 महिला उम्मीदवार थीं। इस लिहाज से देखें तो पिछले तीन लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार भाजपा ने सबसे अधिक महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है।
लिस्ट में स्मृति ईरानी से लेकर कंगना रनौत तक का नाम
BJP ने पहली सूची में 28 महिलाओं को टिकट मिला था। दूसरी सूची में 15 महिला उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा गया। तीसरी सूची में एक और चौथी सूची दो महिला उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हुई। पांचवीं सूची में 20 महिला उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई। छठी और सातवीं सूची में एक-एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया गया।
पार्टी की ओर से जिन कद्दावर महिला नेताओं को टिकट दिया गया है, उनमें उत्तर प्रदेश के अमेठी से स्मृति ईरानी, मथुरा से हेमा मालिनी, फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति, सुल्नपुर से मेनका गांधी व धौरहरा से रेखा वर्मा, छत्तीसगढ़ के कोरबा के सरोज पांडे, नई दिल्ली से बांसुरी स्वराज, झारखंड के कोडरमा से अन्नूपर्णा देवी, पश्चिम बंगाल के हुगली से लाकेट चटर्जी, महाराष्ट्र के डिंडोरी से भारती प्रवीण पवार, अमरावती से नवनीत राणा व बीड से पंकजा मुंडे, तमिलनाडु के चेन्नई दक्षिण से तमिलिसाई सौंदरराजन, आंध्र प्रदेश से डी पुरंदरेश्वरी और हिमाचल प्रदेश के मंडी से कंगना रनौत शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से सात-सात महिला उम्मीदवार
BJP ने सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाले राज्य से सात महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है। वहीं, पश्चिम बंगाल में भी सात महिला प्रत्याशियों को चुनाव के मैदान में उतारा है। पार्टी को गठबंधन के तहत 17 सीटें बिहार में मिलीं लेकिन पार्टी ने इस राज्य में एक भी महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। BJP ने महाराष्ट्र में छह महिलाओं को टिकट दिया है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से पार्टी ने पांच-पांच महिलाओं को टिकट दिया। हालांकि गुजरात में रंजनबेन भट्ट के चुनाव मैदान से हटने के बाद यहां चार महिला उम्मीदवार ही शेष रह गई हैं। केरल में BJP ने चार महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है। छत्तीसगढ़, ओड़ीशा और तमिलनाडु में पार्टी ने तीन-तीन महिलाओं को टिकट दिया है।
उत्तराखंड में एक भी महिला उम्मीदवार नहीं
BJP ने दिल्ली, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश. झारखंड और कर्नाटक में दो-दो महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है। हरियाणा, असम, गोवा, दादर नागर हवेली, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा और सिक्किम में एक-एक महिला उम्मीदवार टिकट दिया है। उत्तराखंड में BJP ने किसी महिला उम्मीदवार को चुनाव मैदान में नहीं उतारा है।