मानसिक रूप से विक्षिप्त के कथित बलात्कार की शिकार एक नाबालिग को सरकारी अस्पताल में स्ट्रेचर तक मुहैया नहीं कराये जाने का हृदय विदारक मामला प्रकाश में आया है। कथित बलात्कार की शिकार नाबालिग लड़की के घर वाले जब उसे घायलावस्था में अस्पताल लेकर पहुंचे तो बार बार गुहार लगाने के बावजूद स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण उसे घसीटकर आपातकालीन वार्ड तक किसी तरह पहुंचाया गया।

पुलिसकर्मियों और परिवार वालों द्वारा लडकी को घसीटकर आपातकालीन वार्ड ले जाने का फोटो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर ‘वायरल’ हो गया। संपर्क करने पर अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरा वर्मा ने बताया कि पीड़िता के परिवार वाले उसे खुद लेकर वार्ड तक आये। ऐसे में स्ट्रेचर मुहैया कराने की कोई गुंजाइश नहीं थी।

उन्होंने दावा किया कि पीडिता को अस्पताल लाये जाने के बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं थी, इसलिए स्ट्रेचर नहीं मुहैया कराने का प्रश्न कहां से उठता है। उन्होंने कहा कि पुलिस को अस्पताल को पहले से सूचित करना चाहिए था। उधर, पुलिस का कहना है कि मानसिक रूप से विक्षिप्त नाबालिग लड़की के साथ सोमवार (4 अप्रैल) को बलात्कार हुआ और गंभीर रूप से जख्मी हालत में लड़की को छोड़ आरोपी मौके से फरार हो गया।