प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से स्वदेशी यानी लोकल चीजों की खरीदारी करने पर जोर दिया था। इसको ध्यान में रखते हुए केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (KPKB) ने सभी पैरामिलिट्री कैंटीन से विदेशी उत्पाद हटा लिए हैं। अब कैंटीन में सिर्फ स्वदेश निर्मित वस्तुओं की ही बिक्री होगी। माइक्रोवेव ओवन से लेकर फुटवियर और ब्रांडेड उत्पादों जैसे टॉमी हिलफिगर शर्ट आदि जैसे 1000 से अधिक उत्पाद अब केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार में उपलब्ध नहीं होंगे। यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मेड इन इंडिया उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए किया है।

सरकार के इस निर्णय से करीब दस लाख सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, एनएसजी और असम राइफल्स के जवानों के परिवार के 50 लाख सदस्य स्वदेश निर्मित उत्पादों का इस्तेमाल करेंगे। कैंटीन से स्केचर्स, फेरेरो, रेड बुल, विक्टोरिनोक्स, सफिलो (पोलेरॉइड, कैरेरा) सहित उत्पादों का आयात करने वाली सात कंपनियों को भी डी-लिस्ट किया गया है। इसके अलावा केपीकेबी ने उन कंपनियों के कई उत्पादों को भी बंद कर दिया है, जिन्होंने उनके द्वारा मांगी गई जानकारी प्रदान नहीं की है।

केपीकेबी ने सभी उत्पादों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया है। इनमें पहली श्रेणी- उत्पाद विशुद्ध रूप से भारत में निर्मित, दूसरी श्रेणी -रॉ सामग्री आयातित, लेकिन उत्पाद भारत में निर्मित और तीसरी श्रेणी- विशुद्ध रूप से आयातित उत्पाद शामिल हैं।

श्रेणी 1 और श्रेणी 2 के अंतर्गत आने वाले उत्पादों को केपीकेबी भंडार के माध्यम से केपीकेबी इन्वेंट्री और बिक्री के लिए अनुमति दी जाएगी, जबकि श्रेणी 3 के तहत आने वाले उत्पाद 1 जून से प्रभावी होंगे और जून से प्रभाव से उनकी बिक्री की अनुमति नहीं होगी। 1।