केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली से सटी सीमाओं पर पिछले छह दिन से किसान डटे हुए हैं। जिसके चलते केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के स्थापना दिवस कार्यक्रम में में हिस्सा नहीं लेंगे।
अमित शाह को सीमा सुरक्षा बल के 56वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होना था। एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री के कार्यालय ने बीएसएफ को सूचित किया है कि ‘‘कुछ आवश्यक आधिकारिक कार्य’’ आ जाने के कारण वह समारोह में शामिल नहीं होंगे। संभावना है कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय अब समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
हालांकि, शाह ने इस तरह बीएसएफ के जवानों को यूं नमन कियाः
बीएसएफ ने अपने शौर्य और पराक्रम से अपने आदर्श वाक्य ‘जीवन पर्यन्त कर्तव्य’ को सदैव चरितार्थ किया है।
आज @BSF_India के 56वें स्थापना दिवस पर मैं बल के सभी बहादुर जवानों को उनकी राष्ट्रसेवा और समर्पण के लिए नमन करता हूँ।
भारत को अपनी रणविजयी ‘सीमा सुरक्षा बल’ पर गर्व है।
— Amit Shah (@AmitShah) December 1, 2020
गौरतलब है कि सरकार ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को सोमवार की रात उच्चस्तरीय मंत्रिमंडलीय टीम के साथ अपनी समस्याओं पर बातचीत करने के लिए बुलाया है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मंत्रियों की समिति में कौन-कौन शामिल हैं।
किसानों का शांतिपूर्ण धरना मंगलवार को छठे दिन सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर जारी है। शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद से कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। किसान संसद के पिछले सत्र में बनाए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।
(भाषा इनपुट के साथ)