असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक बार फिर ऐसा बयान दे दिया है जिससे राज्य की सियासत उबाल मा रही है। उनकी तरफ से विधानसभा में कह दिया गया है कि वे मिया मुसलमानों को असम पर कब्जा करने नहीं देंगे। उन्होंने यहां तक कहा है कि इस मामले में वे पक्षपात करेंगे, विपक्ष को जो करना है वो कर ले। असल में सीएम सरमा नागांव में 14 साल की बच्ची से दुष्कर्म मामले का जिक्र कर रहे थे।
सीएम हिमंता के बयान पर बवाल
उस मामले को लेकर ही उन्होंने नाराजगी जाहिर की और मिया मुसलमानों पर यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर जनसंख्या वृद्धि को नियत्रंण में रखा जाता, अपराध दर नहीं बढ़ती। अब सीएम के इस बयान पर सदन में शोर मचने लगा, विपक्ष ने उन पर पक्षपात करने का आरोप लगा दिया। लेकिन सीएम हिमंता यह सब सुन झुके नहीं और उन्होंने दो टूक बोला कि मैं पक्षपात करूंगा, आप क्या कर सकते हैं।
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सीएम हिमंता ने बात आगे रखते हुए यहां तक बोला कि आखिर किस कारण से हम लोअर असम के लोगों अपर असम जाने को कहेंगे। ताकि मियां मुस्लिम असम पर कब्जा कर लें। हम ऐसा नहीं होने दे सकते। अब सीएम ने यह बोला ही था कि सदन में हंगामा और ज्यादा बढ़ गया और देखते ही देखते कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
पहले भी दिए ऐसे बयान
वैसे इससे पहले भी सीएम की तरफ से ऐसे बयान दिए जा चुके हैं। पिछले महीने ही सीएम हिमंता ने कहा था कि उनके राज्य में मुस्लिम आबादी हर 10 साल में लगभग 30 प्रतिशत बढ़ रही है और वे 2041 तक बहुसंख्यक हो जाएंगे। गुवाहाटी में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए हिमंता ने कहा कि मुसलमान अब 40 प्रतिशत हो गए हैं। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “2011 में असम में 1.4 करोड़ मुस्लिम थे। 2041 तक असम मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा। यह एक वास्तविकता है और इसे कोई नहीं रोक सकता।