इस विधानसभा चुनाव में बिहार में शराबबंदी के मुद्दे को लेकर काफी चर्चा हुई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे लेकर गंभीरता जताते रहे हैं। लेकिन सरकारी सर्वे के आंकड़े कुछ और बयां करते हैं। नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-20 के मुताबिक बिहार शराब पीने के मामले में महाराष्ट्र, तेलंगाना और गोवा से भी आगे है।
सर्वे के मुताबिक, बिहार में शराबबंदी के बावजूद 15 फीसद लोग आज भी शराब पीते हैं। इसके अलावा राज्य के 48 फीसद पुरुष तो 5 फीसद महिलाएं तंबाकू का सेवन करतीं हैं। एनएफएसएस की रिपोर्ट बताती है कि बिहार के शहरों में 14 फीसद तो गांवों में 15.8 फीसद लोग शराब पी रहे हैं। शराब पीने के मामले में महाराष्ट्र के पुरुष देश में तीसरे नंबर पर हैं। कर्नाटक के पुरुष सबसे ज्यादा पीते हैं शराब। शराबबंदी वाला एक और राज्य गुजरात और जम्मू-कश्मीर के पुरुष सबसे कम शराब पीते हैं।
महिलाओं के सबसे ज्यादा शराब पीने में वाले राज्य में 16.2% और 7.3% सेवनकर्ताओं के साथ सिक्किम और असम का स्थान सबसे पहले है वहीं तेलंगाना इस मामले मे तीसरे स्थान पर है। रिसर्च में जारी किये गये आंकड़ो में यह भी बताया गया है कि देश के सभी राज्यों में खाने वाले तंबाकू और धुम्रपान का सेवन शराब की तुलना में काफी अधिक किया जाता है। तेलंगाना और गोवा को छोड़कर टॉप में आने वाले ज़्यादातर राज्य पूर्वोत्तर के हैं।
तंबाकू की सबसे अधिक खपत मिजोरम में होती है, जहाँ 77.8% पुरुष और लगभग 62% महिलाएँ इसका सेवन करती हैं। असम सहित उत्तर-पूर्वी राज्यों में पुरुषों और महिलाओं के बीच तंबाकू का उपयोग सबसे अधिक है। भारत में पहले के सर्वे में भी यह बात निकलकर सामने आई है कि शराब की तुलना में लोग तंबाकू जमकर चबाते हैं।
सबके कम तंबाकू का सेवन दक्षिणी राज्य केरल में होता है यहां महज 17 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। गोवा में महज 18 फीसदी पुरुष तंबाकू चबाते हैं। जहां तक महिलाओं के तंबाकू सेवन की बात है तो पहाड़ी राज्य हिमाचल में सबसे कम 1.7 फीसदी महिलाओं तंबाकू क सेवन करती हैं।