झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास ईडी का एक बार फिर समन गया है। उन्हें 27 से 31 जनवरी के बीच किसी भी तारीख को पेश होने के लिए कहा गया है। इससे पहले 20 जनवरी को भी वे ईडी के सामने पेश हुए थे जब उनसे कई घंटों की पूछताछ की गई। मनी लॉन्ड्रिंग केस में ही सीएम पर कुछ आरोप लगे हैं जिस वजह से लगातार उनसे सवाल-जवाब किए जा रहे हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड में अवैध खनन की जांच को लेकर मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार और अन्य लोगों के ठिकानों पर छापे मारे थे। इस मामले में हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के आवास पर ED की छापेमारी हुई थी। अभिषेक प्रसाद के आवास और साहेबगंज उपायुक्त के आवास समेत 12 ठिकानों पर तलाशी हुई थी।

इस मामले में हेमंत सोरेन तो पिछले साल जुलाई में ही फंस गए थे। ये मामला अवैध खनन में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ था। सबसे पहले ईडी ने सीएम के ही करीबी माने जाने वाले पंकज मिश्रा के ठिकानों पर रेड मारी थी। बाद में उनकी तो गिरफ्तारी भी हो गई और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया। अब उस केस में सीएम सोरेन को खुद को निर्दोष साबित करने की चुनौती है। अभी तक ईडी के इस नए समन पर सीएम ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

वैसे इस समय तमाम विपक्षी नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। जोर देकर कहना है कि चुनाव के समय जानबूझकर रेड करवाई जा रही है, फर्जी केस दर्ज करवाए जा रहे हैं। वहीं बीजेपी इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाने का काम कर रही है और सभी नेताओं पर चुन-चुन कर सियासी हमले कर रही है।