टीवी डिबेट के दौरान कई बार हमें हंगामा देखने को मिलता है। कई बार पैनलिस्ट की बातों पर शो के एंकर भी बिफर जाते हैं। कुछ समय पहले ऐसे ही एक टीवी डिबेट के दौरान जब शो में पैनलिस्ट देश के कर्जे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करने लगे तो शो के एंकर गुस्से में आ गए और कहने लगे कि क्या 2014 के बाद देश के लोग भूखे मर रहे हैं।
बीते दिनों आजतक चैनल पर आयोजित एक टीवी डिबेट शो में एंकर रोहित सरदाना ने पैनल में मौजूद मशहूर वकील महमूद प्राचा से मदरसों के आधुनिकीकरण पर सवाल पूछा। इसके जवाब में महमूद प्राचा कहने लगे कि आप मदरसों में पैसा देने की बात कर रहे हैं। लेकिन देश में पैसे ही नहीं बचे हैं। महमूद प्राचा ने वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश पर 82 लाख करोड़ का कर्जा है। जबकि 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तो देश के ऊपर 55 लाख करोड़ का कर्जा था।
महमूद प्राचा के इतना कहते ही टीवी एंकर रोहित सरदाना भड़क गए। रोहित सरदाना कहने लगे कि क्या 2014 से 2019 के बीच देश भूखा मर रहा था, सब काम बंद हो गया था। आगे सरदाना कहने लगे कि जब आप केस लड़ते थे तो आपको फ़ीस नहीं मिलती थी क्या, या आप लोग यह कहते थे कि आप फ़ीस मत दीजिए क्योंकि देश पर कर्जा है। इसके बाद महमूद प्राचा ने कहा कि मैं इतनी गंभीर बातें कर रहा हूं लेकिन आप इसको हंसी मजाक में टालना चाहते हैं।
हालांकि इसके बाद भी रोहित सरदाना नहीं रुके, वे आगे कहने लगे कि अगर देश में पैसे नहीं हैं तो क्या आप मुफ्त में ही सब्जी घर में ले आते हैं। ऐसा ड्रामा आप लोग क्यों करते हैं। इसपर जवाब देते हुए महमूद प्राचा ने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि आप जैसा पत्रकार भी ऐसी बातें कह रहा है और इन मुद्दों को मजाक समझ रहा है।
हालांकि रोहित सरदाना ने भी महमूद प्राचा के इन आरोपों पर कहा कि अगर जिस दिन मुझे देश के कर्जे पर बात करनी होगी तो मैं इस शो में अच्छे अच्छे लोगों को लाऊंगा जिसको कर्जे के बारे में थोड़ी अच्छी समझ हो।
