पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली नहीं रहे। लंबी बीमारी के बाद शनिवार को उनका निधन हो गया। उनका बीते कुछ वक्त से दिल्ली स्थित एम्स में इलाज चल रहा था। उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई थी। इसके बाद उन्हें लाइव सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बीते गुरूवार को उनका हाल जानने एम्स पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जेटली की तबियत के बारे में डॉक्टरों से पूछा और उनके परिजनों से बातचीत की थी। जेटली को देखने के लिए  देशभर से नेताओं का आना जारी रहा। मुखर्जी से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी अपनी बेटी प्रतिभा आडवाणी के साथ एम्स पहुंचे और उन्होंने जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी।

मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रकाश जावड़ेकर भी जेटली का हालचाल जानने पहुंचे थे। इनके अलावा बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी एवं हरसिमरत कौर बादल और भाजपा महासचिव अरुण सिंह भी एम्स पहुंचे। 9 अगस्त, 2019 को सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी महसूस होने के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था।

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12:49 (IST)24 Aug 2019
नहीं रहे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली

लंबी बीमारी के बाद अरुण जेटली का शनिवार को निधन हो गया। वह दिल्ली के एम्स में भर्ती थे। उनकी हालत में सुधार नहीं आ रहा था। उन्हें लाइव सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। उन्हें देखने के लिए पीएम, राष्ट्रपति समेत देश के दिग्गज नेता पहुंचे थे।

22:07 (IST)22 Aug 2019
कई गवर्नर भी पहुंच चुके हैं एम्स

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान समेत आरएसएस के संयुक्त सचिव कृष्ण गोपाल, पूर्व समाजवादी नेता अमर सिंह भी एम्स पहुंच कर जेटली का हाल चाल जान चुके हैं। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी इस लिस्ट में शामिल हैं।

21:16 (IST)22 Aug 2019
अब तक ये लोग ले चुके हैं जेटली का हाल

सोमवार को उत्‍तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एम्स पहुंचकर जेटली का हाल जाना था। इन नेताओं के अलावा केंद्रीय मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी और भाजपा राष्‍ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने भी अस्‍पताल पहुंच जेटली का हालचाल लिया था। इनसे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जितेंद्र सिंह, संघ प्रमुख मोहन भागवत, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई अन्य लोग एम्स पहुंचकर जेटली का हालचाल ले चुके हैं।

21:04 (IST)22 Aug 2019
प्रणब मुखर्जी भी पहुंचे एम्स

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी अरुण जेटली का हाल जानने गुरूवार को एम्स अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने काफी देर तक रुक कर जेटली के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और डॉक्टरों से बातचीत की। इस दौरान मुखर्जी ने जेटली के परिजनों से भी बात की।

18:53 (IST)22 Aug 2019
फेफड़ों में भर रहा पानी

एम्स में सीनियर डॉक्टरों की टीम अरुण जेटली के स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए है। उनके फेफड़ों में पानी जमा हो रहा है, इस वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसी वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उन्हें सॉफ्ट टिशू सरकोमा था, जो एक प्रकार का कैंसर होता है। जेटली डायबिटीज के भी मरीज हैं। एक साल पहले उनका किडनी ट्रांसप्लांट भी हो चुका है।

18:19 (IST)22 Aug 2019
इमरजेंसी में जेल जा चुके हैं जेटली

1975 में इमरजेंसी के दौरान जेटली इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय थे। उस समय वह युवा मोर्चा के संयोजक थे। आपातकाल में उन्हें पहले अंबाला जेल और बाद में तिहाड़ जेल में रखा गया था। केंद्र में जब वाजपेयी जी की सरकार बनी तब 1999 में जेटली को सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था।

17:56 (IST)22 Aug 2019
दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं जेटली

जेटली ने दिल्ली के सेंट जेवियर्स स्कूल से पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से 1973 में बी कॉम किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही उन्होंने 1977 में लॉ किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के वक्त वो एबीवीपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे। 1974 में वो यूनिवर्सिटी स्टूडेन्ट्स यूनियन के अध्यक्ष भी चुने गए थे।

17:18 (IST)22 Aug 2019
यूपी से राज्यसभा सांसद हैं जेटली

अरुण जेटली फिलहाल उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। मार्च 2018 में वो दोबारा राज्यसभा सदस्य चुने गए थे। जेटली ने 24 मई 1982 को संगीता डोगरा से शादी की थी। इस दंपत्ति की दो संतानें हैं। बेटे का नाम रोहन है और बेटी का नाम सोनाली है।

16:42 (IST)22 Aug 2019
अटलजी भी रहे थे वेंटिलेटर पर

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी एम्स में वेंटिलेटर पर रहे थे। 6 फरवरी 2009 को वाजपेयी एम्स में भर्ती हुए थे। हालत खराब होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। बाद में उनकी तबियत में सुधार हुई और वो वेंटिलेटर से हटा दिए गए। इसके नौ साल बाद अटलजी का निधन पिछले साल 16 अगस्त 2018 को हुआ था।

15:56 (IST)22 Aug 2019
कब रखा जाता है वेंटिलेटर पर

डॉक्टरों के मुताबिक जब मरीज की स्थिति लगातार बिगड़ने लगती है, या इन चार में से कोई भी स्थिति होने पर मरीज को तुरंत वेंटिलेटर पर डाल दिया जाता है-
1. खुद से सांस लेने में दिक्कत
2. किडनी से जुड़ी कोई दिक्कत हो जाना
3. दिल की धड़कनों का अनियमित होना
4. आंतों का सही से काम ना करना

जेटली को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उनके श्वसन तंत्र यानी फेफड़े सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे।

15:01 (IST)22 Aug 2019
जानिए लाइफ सपोर्ट सिस्टम के बारे में

बता दें कि जिस लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर इस वक्त पूर्व वित्त मंत्री हैं वह उन्हें सांस लेने में मदद करता है, ताकि शरीर में ऑक्सीजन जाती रहे और कार्बन डाई ऑक्साइड बाहर निकलती रहे।  इस पर किसी भी मरीज को तब रखा जाता है जब वह खुद से सांस लेना बंद कर देता है, जिसे किडनी से संबंधित दिक्कतें हों और जिसके दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं। 

13:51 (IST)22 Aug 2019
1980 में भाजपा में शामिल हुए

अरुण जेटली साल 1980 में भाजपा में शामिल हुए। इसके बाद उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का अध्यक्ष और दिल्ली प्रदेश ईकाई का सचिव बनाया गया। अरुण जेटली साल 1991 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बने।

13:08 (IST)22 Aug 2019
साल 1974 में अध्यक्ष भी चुने गए

अपने विद्यार्थी जीवन में अरुण जेटली का जुड़ाव अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से रहा और दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ के वह साल 1974 में अध्यक्ष भी चुने गए थे।

11:53 (IST)22 Aug 2019
आपातकाल के दौरान गए थे जेल

देश में आपातकाल के दौरान अरुण जेटली ने भी इसका पुरजोर विरोध किया था। जिसके चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। जेटली को इस दौरान अंबाला की जेल में रखा गया था और उसके बाद वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी रहे। आपातकाल के दौरान जेटली लोकतांत्रिक युवा मोर्चा के संयोजक थे।

11:20 (IST)22 Aug 2019
खराब स्वास्थ्य के कारण नहीं लड़ा चुनाव

खराब स्वास्थ्य के कारण जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। पिछले साल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उनके वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी रेल मंत्री पीयूष गोयल को दी गयी थी। पिछले साल अप्रैल की शुरुआत से ही वह कार्यालय नहीं आ रहे थे। वह वापस 23 अगस्त 2018 को वित्त मंत्रालय आए।

10:37 (IST)22 Aug 2019
सितंबर में उन्होंने बैरिएट्रिक सर्जरी करायी थी

पूर्व वित्त मंत्री जेटली ने लंबे समय तक मधुमेह रहने से वजन बढ़ने के कारण सितंबर 2014 में उन्होंने बैरिएट्रिक सर्जरी करायी थी। इस साल मई में उपचार के लिए वह एम्स में भर्ती हुए थे। पेशे से वकील जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में उनकी कैबिनेट का महत्वपूर्ण हिस्सा थे। उनके पास वित्त और रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी थी।

09:38 (IST)22 Aug 2019
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पहुंचे एम्स

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए एम्स का दौरा किया। बंगाल के राज्यपाल के साथ पत्नी सुदेश धनखड़ और दो बच्चे भी थे।