पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगोड़ा ने दिल्ली के लुटियंस जोन के कुत्सित माहौल को उजागर करने पर पीएम नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है। देवेगोड़ा ने कहा कि जब वे पीएम थे तो ग्रामीण बैकग्राउंड के चलते उनके खिलाफ साजिश रची जाती थी। उन्होंने अंग्रेजी न्यूज 18 से कहा, ”मैं पीएम का दर्द समझ सकता हूं। मैं भी इसी तरह के लोगों और पूर्वाग्रहों का शिकार हुआ था। मैं सादा लाइफस्टाइल वाला आम आदमी हूं। मैं क्लब क्लास से संबंध नहीं रखता। मैं भव्य पार्टियों का आयोजन नहीं कर सकता। सच कहूं तो मैं इसकी परवाह नहीं करता।”
देवेगोड़ा का यह बयान पीएम मोदी के लुटियंस जोन कल्चर को लेकर दिए गए जवाब पर आया है। उन्होंने कहा, ”जैसे मोदी ने कहा कि सरदार पटेल, मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह और मैं, हम ग्रामीण बैकग्राउंड से आए थे। हमारे माता-पिता किसान थे। दिल्ली की गैंग यह पचा नहीं पाई। डॉ.अम्बेडकर काफी गरीब और दलित बैकग्राउंड से थे। दिल्ली के सत्ता के गलियारों में उनका अपमान किया गया। पूर्व पीएम और मेरे साथी चंद्रशेखर के साथ भी ऐसा ही हुआ। उन्होंने उनका मजाक बनाया। मैंने मोदी का बयान सुना। उन्होंने कड़वा सच बोला है। मैं उनसे पूरी तरह सहमत हूं। इस कुत्सित माहौल को उजागर करने के लिए मैं पीएम का आभार जताता हूं।”
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पीएम ने शुक्रवार को नेटवर्क 18 को दिए इंटरव्यू में कहा था कि यहां बैठे लोग अलग बैकग्राउंड से आने वाले लोगों से भेदभाव करते हैं। सरदार पटेल से लेकर मोरारजी देसाई और देवगौड़ा व चौधरी चरण सिंह तक को भी नहीं बख्शा नहीं गया। यहां अंबेडकर का भी मजाक उड़ाया गया। उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री की स्थिति ऐसी होती है कि उसका लुटियंस कल्चर के साथ मेलजोल का अवसर ही नहीं आता है। तो वो मुझे रास आए या ना आए, वो तो कोई अवसर आता नहीं है। देवगौड़ा जी का क्या हुआ, एक किसान का बेटा प्रधानमंत्री बना था, लेकिन पहचान यही बना दी गई कि सोते रहते हैं। जहां देखो, सोते रहते हैं। तो एक टोली है। मेरा मजाक उड़ाया जाता है, मुझे बड़ा भला-बुरा कहा जाता है। मुझे बहुत आश्चर्य नहीं होता है। क्योंकि ये कुछ ठेकेदार हैं जो कुछ लोगों को समर्पित हैं, वे शायद इस देश की जड़ों से जुड़े हुए इंसानों को स्वीकार नहीं करेंगे। मैं ऐसी जमात को एड्रेस करने में अपना टाइम खराब नहीं करता हूं।”
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