करियर में कुछ मुकाम हासिल करने के लिए उसकी हसरत थी कि वो कनाडा जाकर पढ़ाई करे। स्टूडेंट वीजा के लिए हाथ पैर भी मार रहा था। लेकिन सब्र का पैमाना तब छलक गया गया उसके दोस्त का तो वीजा लग गया लेकिन उसका नहीं। युवक मन से हार गया और उसने नहर में छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली। लेकिन त्रासदी देखिए जब वो दुनिया में नहीं रहा तो वीजा लग चुका था। लेकिन अब परिजन चाहकर भी उसे ये खबर नहीं पहुंचा सकते।
कनाडा का वीजा न मिलने से आहत 23 वर्षीय विकेश सैनी ने नरवाना शाखा नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में ये ददर्नाक घटना हुई। वीजा न लगने से विकेश काफी परेशान था। 17 अगस्त की रात को वो अपने घर से बगैर कुछ कहे निकला था। उसके परिवार के सदस्यों और पुलिस ने अगले दिन उसकी तलाश शुरू कर दी। उसके परिजनों को उसकी मोटरसाइकिल और चप्पल झांसा नहर के किनारे मिली।
पुलिस के अनुसार गोरखा गांव का निवासी विकेश सैनी आगे की पढ़ाई के लिए कनाडा जाना चाहता था। विकेश ने हाल ही में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है। पुलिस ने कहा कि विकेश कनाडा का वीजा नहीं मिलने से परेशान था। 17 अगस्त की रात को वो अपने घर से निकला था। उसके परिजनों को उसकी मोटरसाइकिल और चप्पल नहर के किनारे मिली। फिलहाल शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद विकेश का शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिवार में माता पिता के अलावा विकेश की दो बहन और 1 भाई भी है।
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गांव के सरपंच रहे गुरनाम सिंह ने बताया कि गुरुवार को उसका वीजा आया पर तब जब वो इस दुनिया में ही नहीं था। वो परेशान था क्योंकि उसके दोस्त का वीजा लग गया था। उनका कहना है कि विकेश पढ़ने में अच्छा था। उसकी हसरत थी कि वो कनाडा से अच्छी शिक्षा हासिल करके एक अच्छा मुकाम हासिल करे।
ध्यान रहे कि कोविड में ढील के बाद भी छात्र वीजा में देरी एक समस्या रही है। कनाडा के अलावा इस प्रक्रिया में लगभग छह महीने लग रहे हैं। यूके और यूएस को आवेदनों पर कॉल करने में सामान्य से अधिक समय लग रहा है। ये देरी एक विश्वव्यापी समस्या बनी हुई है। भारत के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में कहा था कि छात्र वीजा के लिए वो दूसरे देश में संपर्क साध रहा है।
