हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने खुलासा किया कि नूंह और उसके आसपास के इलाकों में भड़की हिंसा से संबंधित मामले में पुलिस ने अब तक दो सौ लोगों को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को उन्होंने मीडिया से कहा, “कुल 102 FIR दर्ज की गई हैं। 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 लोग एहतियातन हिरासत में लिये गये हैं। हमें जानकारी मिल रही है कि गोलीबारी की घटनाएं पूर्व नियोजित थीं…छतों पर पत्थर जमा किये गए थे और लोगों ने पहाड़ियों पर जाकर गोलीबारी की। हम जानकारी एकत्र कर रहे हैं और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर हम बुलडोजर चलाएंगे। हम जांच करेंगे कि क्या घटना के संबंध में कोई पूर्व इनपुट था।”

लोग मंदिरों के बगल की पहाड़ियों पर चढ़ गए, हाथों में थीं लाठियां

गृहमंत्री ने कहा, “इसके पीछे एक बड़ा गेम प्लान है। लोग मंदिरों के बगल की पहाड़ियों पर चढ़ गए, उनके हाथों में लाठियां थीं और प्रवेश बिंदुओं पर इकट्ठा हो गए, यह सब एक उचित योजना के बिना संभव नहीं है। गोलियां चल रही थीं, कुछ लोगों ने हथियारों का भी इंतजाम कर रखा था। ये सब एक योजना का हिस्सा है। गहन जांच किए बिना हम किसी शीघ्र निष्कर्ष पर नहीं पहुंचेंगे। हालात सुधरने के बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी।”

पुलिस कार्रवाई करने से पहले जुटा रही है ठोस साक्ष्य

विज ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, “पुलिस इस सिद्धांत पर काम कर रही है कि किसी निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए और दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। इसलिए ठोस साक्ष्य जुटाकर कार्रवाई की जानी है। एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।”

हिरासत में लिए गए लोगों के बारे में विज ने कहा, ”जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनसे कानून के मुताबिक पूछताछ की जा रही है और जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक कार्रवाई की जा रही है।”

शुक्रवार की नमाज कैसे आयोजित की जा रही है, इस पर विज ने कहा, “मैंने नूंह, फरीदाबाद और गुरुग्राम के उपायुक्तों से बात की है और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हरियाणा के बाकी हिस्सों के लिए भी मैंने मुख्य सचिव से चर्चा की है कि जहां भी नमाज पढ़ी जा रही है, वहां शांति के पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए। पर्याप्त पुलिस तैनाती भी की गई है। हमने मौलवियों से भी बातचीत की है और उनसे शुक्रवार को घर पर ही नमाज अदा करने की अपील की है। अगर वे ऐसा करते हैं तो यह अच्छी बात होगी।”

सोशल मीडिया की निगरानी के बारे में विज ने कहा, ”गृह विभाग के विशेष सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें आईटी सेल के एक अधिकारी को भी शामिल किया गया है, जो सोशल मीडिया की निगरानी के लिए जिम्मेदार है। यदि किसी के द्वारा सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किया जाता है, तो ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ पर्याप्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”