इनसो के 19वें स्थापना दिवस समारोह पर वीरवार को किसानों ने जमकर बवाल काटा। किसानों के तेवर इतने तीखे थे कि पुलिस के भी पसीने आ गए। मामला सत्तारूढ़ दल से जुड़ा था, इस वजह से भारी संख्या में पुलिस का बंदोबस्त था, लेकिन किसान इसके बावजूद विवि परिसर तक पहुंचे और जमकर हंगामा किया। पुलिस बल उन्हें संभालने में ही लगा रहा।

सूत्रों के मुताबिक एमडीयू के टैगोर सभागार में इनसो का स्थापना दिवस मनाया जा रहा था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अजय सिंह चौटाला थे। उधर, किसानों ने पहले से ही रंग में विरोधी भंग डालने की तैयारी कर ली थी। किसान तय समय पर समारोह स्थल पर पहुंच गए और कृषि बिल वापस लेने की मांग करने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने की भरसक कोशिश की पर बात नहीं बनी। किसानों ने जमकर हंगामा काटा।

पुलिस का कहना है कि किसानों को समझाने की कोशिश की गई कि वो शांति पूर्ण तरीके से अपनी मांगे रखें, लेकिन वो कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। एहतियात के तौर पर कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया गया। हालांकि, पुलिस की तरफ से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है। ध्यान रहे कि किसान संगठनों के संयुक्त मोर्चे ने पहले ही ऐलान कर रखा है कि बीजेपी-जेजेपी के कार्यक्रमों का वो विरोध करेंगे।

उधर, प्रदर्शन के दौरान किसानों को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की एमडीयू इकाई का भी साथ मिला। उन्होंने भी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसएफआई ने इनसो के वीरवार को टैगोर सभागार में होने वाले कार्यक्रम की अनुमति रद्द कराने के लिए ज्ञापन भी सौंपा था। संगठन का कहना है कि विवि परिसर में हाल में परीक्षाओं का दौर चल रहा है। करोना का कहर पहले से बना हुआ है। ऐसे में विवि को राजनीतिक अड्डा न बनाया जाए।

गौरतलब है कि इसी प्रकार का कार्यक्रम सीडीएलयू सिरसा में बीते दिनों हुआ। वहां भी किसानों ने विरोध किया था। इस दौरान विश्वविद्यालय को आर्थिक हानि उठानी पड़ी थी। छात्र संगठन ने सिरसा की घटना का हवाला देकर विवि से अपील की थी कि इस कार्यक्रम की अनुमति रद्द की जाए।