गरीबों के स्वास्थ्य कल्याण के लिए शुरू हुई आयुष्मान भारत योजना में धांधली की खबरें आनी शुरू हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस योजना के लिए तैयार सूची में बीपीएल श्रेणी से ऊपर वाले लोग भी शामिल हैं। यहां तक कि सूची में डॉक्टर और नेताओं के नाम भी सामने आने से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिला में जायज पात्रता वाले लोगों की जगह सूची में राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल और उनके विधायक बेटे नितिन अग्रवाल समेत परिवार के कई लोगों के नाम शामिल हैं। नाम शामिल होने पर विधायक नितिन अग्रवाल ने सीएमओ को योजना से नाम हटाने के लिए पत्र लिखा है। सीएमओ डॉक्टर एसके रावत के मुताबिक संबंधित जानकारी निदेशालय को भेज दी गई है।

जानकारी के मुताबिक हरदोई जिला में 2 लाख 70 हजार गरीब परिवारों को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है। 2011 की जनगणना के मुताबिक गरीबी रेखा की सूची के आधार पर इस योजना की पात्रता सूची तैयार की गई है। लेकिन, इस लिस्ट में सही मायने में पात्र गरीब लोगों को वंचित करके बड़े कारोबारियों, डॉक्टरों और नेताओं को शामिल किया गया है। शहर के प्रमुख डॉक्टर राजेंद्र दत्त मिश्रा और उनके कारोबारी भाई तक को इसमें शामिल किया गया है। इस गड़बड़ी के उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है।

मामला उजागर होने के बाद सीएमओ डॉक्टर एसके रावत ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। लापरवाही जिसके जरिए भी हुई होगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ ने कहा कि सूची में पात्र लोगों को ही रखा जाएगा। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने अपनी सबसे महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना (ABY) शुरू कर चुकी है। इस योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य जोना (PM-JAY) भी कहा जाता है। यह एक हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है। जिसके पहले चरण में देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया जा रहा है। 2011 की सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना के मुताबिक ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ परिवार और शहरी इलाके के 2.33 करोड़ परिवार आयुष्मान भारत योजना के दायरे में आएंगे।