पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के जेल से बाहर आने के बाद कई राजनेताओं ने उनसे मुलाकात की। इनमें भाजपा और कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी के नेताओं को कामयाबी नहीं मिली और उनकी मुलाकात अब होगी। पोरबंदर से भाजपा सांसद विट्ठल रबाडि़या ने शुक्रवार को सूरत में एक फार्म हाउस में हार्दिक से मुलाकात की। हालांकि रबाडिया ने कहा कि उनके बीच केवल हैल्‍लो-हाय ही हुई। उन्‍होंने बताया, ”हां, सूरत में में एक दोस्‍त के फार्म हाउस पर हम मिले थे। यह अनौपचारिक मुलाकात थी और केवल हाय-हैल्‍लो ही हुआ। किसी बात पर चर्चा नहीं हुई। मुलाकात केवल पांच मिनट तक हुई और इस दौरान हार्दिक ने आरक्षण का मुद्दा नहीं उठाया।”

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रबाडिया ने आरक्षण आंदोलन के दौरान सरकार और पाटीदार नेताओं के बीच मध्‍यस्‍थता की भूमिका निभाई थी। इससे पहले उन्‍होंने सूरत की लाजपुर जेल में भी हार्दिक‍ पटेल से मुलाकात की थी। रबाडिया ने दो महीने पहले हार्दिक‍ से मुलाकात के बाद कहा था कि मामला जल्‍द ही सुलझ जाएगा और आंदोलन खत्‍म हो जाएगा। एक अन्‍य भाजपा नेता कुमार कनाणी ने भी हार्दिक से मुलाकात की। कनाणी पटेल समुदाय से आते हैं और विधायक हैं। उन्‍होंने शुक्रवार को रोड शो के दौरान हार्दिक से मुलाकात की।

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उन्‍होंने बताया, ” वह पाटीदार समुदाय के लिए हीरो हैं। मेरे लिए समाज पहले और पार्टी बाद में आती है। यदि अगली बार मुझे पार्टी टिकट नहीं भी देती है तो फर्क नहीं पड़ता। पार्टी हाईकमान जो फैसला लेगा मैं तैयार हूं। हार्दिक के जेल से बाहर आने के बाद सबसे पहले भाजपा के बागी विधायक नलिन कोटादिया ने उनका स्‍वागत किया। कोटादिया ने हाल में राजकोट में अरविंद केजरीवाल और एनसीपी की गुजरात यूनिट के अध्‍यक्ष जयंत पटेल से भी मुलाकात की।

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इधर, आप के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता आशुतोष और गुजरात इंचार्ज गुलाब सिंह यादव भी हार्दिक पटेल से मिलने के लिए गए। हालांकि उनकी मुलाकात हो नहीं पाई। आप सूत्रों के अनुसार हार्दिक के अहमदाबाद के निकोल क्षेत्र में कार्यक्रम में देरी हो गई थी। इस वजह से मुलाकात नहीं हो पाई। दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पाटीदार आंदोलन को खुला समर्थन दे रहे हैं लेकिन हार्दिक इस पर प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं।