बांग्लादेश ने पाकिस्तान में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई का समर्थन किया है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की ओर से उनके सलाहकार इकबाल चौधरी ने कहा, “भारत के पास सभी कानूनी अधिकार हैं कि वह अपनी सीमा में हुए किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दे और उसके इस फैसले को अंतर्राष्ट्रीय सहमति भी प्राप्त है।” इसके साथ ही चौधरी ने कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय वार्ता से सुलझाने का समर्थन किया। उन्होंने दोनों पक्षों से संयम बरतने की भी अपील की है। इस बीच नियंत्रण रेखा के पास कुपवाड़ा और पुंछ में भी सर्जिकल स्ट्राइक की खबर है। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि भारतीय सेना ने पुंछ और कुपवाड़ा में भी 5-6 आतंकी ठिकानों पर हमला बोला है।

उधर, देशभर में इस मिलिट्री ऑपरेशन के बाद जश्न सा माहौल है। पटना में कुछ लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर और रंग लगाकर जश्न मनाया। बिहार के ही गया में उरी हमले में शहीद हुए एस के विद्यार्थी की विधवा ने सर्जिकल स्ट्राइक पर खुशी जाहिर की लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार को यह कार्रवाई उरी हमले से पहले करनी चाहिए थी। अगर ऐसा हुआ होता तो 19 सैनिक शहीद नहीं होते।

वीडियो देखिए: भारतीय डीजीएमओ ने कहा, हमने की सर्जिकल स्ट्राइक

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सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सेना को अलर्ट कर रखा है। सेना को किसी भी तरह की कार्रवाई से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। नई दिल्ली में गृह मंत्रालय में सर्वदलीय बैठक की गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी सरकार की इस कार्रवाई का समर्थन किया है। उनसे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मिलकर सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में जानकारी दी। पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता ए के एंटनी ने भी सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया है।

इस बीच, देश के रक्षा विशेषज्ञों ने सर्जिकल स्ट्राइक को बहुत ही जरूरी और सराहनीय कदम ठहराया है। रक्षा विशेषज्ञों ने सेना को इस कार्रवाई के लिए मंजूरी देने पर सरकार के साहसिक कदम की भी प्रशंसा की है। उधर, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सीमा पर तनाव को चिंताजनक बताया है। उन्होंने युद्र से बचने की सलाह देते हुए संयम बरतने की अपील की है। मुफ्ती के मुताबिक इससे जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ को बढ़ावा मिलेगा और वहां अशांति फैलेगी। उन्होंने कहा कि कश्मीर पहले से ही खून-खराबा झेल रहा है। उन्होंने दोनों देशों के टॉप लीडरशिप से शांति बहाली की दिशा में ठोस कदम उठाने की बात कही है।

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