जम्मू कश्मीर पुलिस के एक एएसआई को हंदवाड़ा मामले का सही तरीके से नहीं संभाल पाने के चलते बुधवार को सस्पेंड कर दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, ‘असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर रफीक अहमद को सस्पेंड कर दिया गया है।’ उन्होंने कहा कि मामले में मजिस्ट्रेट जांच और विभागीय जांच की जा रही है। वहीं बुधवार को कर्फ्यू के दौरान हिंसा में एक और युवक की मौत हो गई। बता दें कि सेना के जवानों पर लड़की से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए भीड़ ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद सेना ने भीड़ को खदेड़ने के लिए गोली चलाई थी। इसमें दो युवक और एक महिला की मौत हो गई थी।
इधर, लड़की ने छेड़छाड़ से इनकार किया। उसने दो स्थानीय युवकों पर यह साजिश रचने का आरोप लगाया। सेना ने इस संबंध में लड़की के बयान का वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में लड़की कह रही है कि वह सहेली के साथ नजदीकी वॉश रूम में गई थी। अचानक से एक युवक आया और उसका बैग लेकर भाग गया। इसके बाद युवक ने लड़की को पुलिस थाने जाने से रोका। इसी बीच युवक ने नारे लगाए और हिंसा शुरू कर दी।
वहीं जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से हंदवाड़ा गोलीबारी मामले की समयबद्ध जांच की मांग की। महबूबा ने दिल्ली में पर्रिकर और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू से आज अलग-अलग मुलाकात की। पर्रिकर के साथ अपनी बैठक के दौरान उन्होंने यह कहते हुए समयबद्ध जांच की मांग की कि यह भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने में मददगार होगा।
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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर शहर के छह पुलिस थाना क्षेत्रों में और उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के हंदवाड़ा इलाके में निषेधाज्ञा लागू की गई है। उन्होंने बताया कि श्रीनगर के रैनावाड़ी, महाराजगंज, नौहट्टा, खानयार, सफाकदल और मैसूमा पुलिस थाना इलाके में कानून व्यवस्था की समस्या की आशंका के चलते एहतियात के तौर पर निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। जिन इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की गई है उन्हें छोड़ कर अन्य में से ज्यादातर इलाकों में दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद हैं।
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इस दौरान कुछ जगहों पर स्थानीय लोग सेना से आमने-सामने भी हो गए। कई जगहों से पथराव भी खबरें भी हैं। कई जगहों पर सुरक्षाबलों ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।