योग दिवस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की अनुपस्थिति पर भाजपा महासचिव राम माधव द्वारा सवाल खड़ा किये जाने के बाद उठा विवाद आज और गहराया जब कांग्रेस ने सत्तारूढ़ पार्टी पर ‘‘विभाजनकारी’’ राजनीति करने का आरोप लगाया और सरकार ने स्पष्ट किया कि प्रोटोकाल मुद्दे के चलते उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था।

आयुष राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि कार्यक्रम में जब प्रधानमंत्री मुख्य अतिथि हों तो प्रोटोकाल के नियमों के मुताबिक वहां राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया जा सकता क्योंकि प्रधानता के क्रम में ये दोनों प्रधानमंत्री से ऊपर हैं। आयुष मंत्रालय ने ही कल राजपथ पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया था।

नाइक ने कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री मुख्य अतिथि है तब उपराष्ट्रपति को आमंत्रित करना उचित नहीं है। इसी कारण हमने उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति प्रधानता के क्रम में प्रधानमंत्री से ऊपर हैं और तदनुसार हम उन्हें आमंत्रित नहीं कर सकते थे।

विवाद को तवज्जो न देने का प्रयास करते हुए नाइक ने कहा कि माधव ने अपने बयान को वापस ले लिया है और साथ ही कहा कि गलती से ऐसा हुआ होगा। उन्होंने कहा, ‘‘गलती से ऐसा हुआ होगा। इससे बचा जाना चाहिए था। लेकिन हमने अपनी गलती मान ली हैं।’’

इस मुद्दे पर सरकार के स्पष्टीकरण के मद्देनजर उपराष्ट्रपति के कार्यालय ने कहा कि उनके लिए यह मामला यहीं समाप्त हो जाता है क्योंकि मंत्री का बयान तार्किक लगता है।

सरकार के स्पष्टीकरण से हालांकि कांग्रेस संतुष्ट नहीं हुई और उसने भाजपा पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अंसारी को निशाना बनाकर ‘‘विभाजनकारी राजनीति’’ करने का आरोप लगाया और मांग की कि राम माधव क्षमा मांगे।

कांग्रेस के प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अंसारी को निशाना बनाया गया। इस तरह की कारवाई से भाजपा ने अपनी विभाजनकारी राजनीति दर्शायी है। राम माधव को माफी मांगनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार को योग को लेकर श्रेय का अनुचित दावा नहीं करना चाहिए।

विवाद के बारे में पूछे जाने पर राम माधव ने कहा, ‘‘जहां तक ट्विटर पर टिप्पणी का सवाल है। यह वापस ले लिया गया है और मामला यहीं बंद और यहीं समाप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से इस मुद्दे पर अब आगे और कोई चर्चा नहीं, लेकिन साथ ही कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि योग के कार्यक्रम को लाखों करोड़ों लोगों द्वारा याद किया जाये जिन्होंने इसमें हिस्सा लिया। मैं इसको लेकर और कोई विवाद या कोई मुद्दा नहीं चाहता।’’

माधव ने कल राजधानी में योग दिवस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की अनुपस्थिति पर सवाल कर विवाद छेड़ दिया लेकिन सोशल मीडिया पर अपनी आलोचना होने के बाद बाद उन्होंने माफी मांग ली।

माधव द्वारा अंसारी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाये जाने के बाद उपराष्ट्रपति के कार्यालय ने कल रात कहा कि उन्हें राजधानी में योग दिवस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था।

माधव ने अंसारी की अनुपस्थिति के बारे में ट्वीट को हटा दिया और माफी मांगी, कहा कि उन्हें बाद में पता चला कि उपराष्ट्रपति अस्वस्थ थे।

उपराष्ट्रपति कार्यालय ने हालांकि कहा कि यह ‘सही’ नहीं है। ‘‘उपराष्ट्रपति बीमार नहीं है। उन्हें योग कार्यक्रम में आमंत्रित ही नहीं किया गया था।’’ साथ ही यह भी कहा गया कि उपराष्ट्रपति सिर्फ उन्हीं कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं जिनमें संबंधित मंत्री प्रोटोकाल के अनुसार उन्हें आमंत्रित करते हैं।