Haldwani Violence: उत्तराखंड के हिंसा प्रभावित हल्द्वानी में कर्फ्यू हटने के बाद स्कूल फिर से खुल गए हैं। अतिक्रमण विरोधी अभियान के बाद हल्द्वानी में हिंसा भड़कने के बाद उत्तराखंड सरकार ने राज्य में कर्फ्यू लगा दिया था। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर हिंसा प्रभावित क्षेत्र के कुछ हिस्सों में फोर्स अभी भी तैनात है।
उत्तराखंड डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया, “पुलिस अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे कानूनी रूप से स्वीकृत अतिक्रमण विरोधी अभियान की सहायता के लिए बनभूलपुरा गई थी। उन पर हिंसक भीड़ ने हमला किया।”
उन्होंने कहा, “पुलिस ने अपने आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन में आत्मरक्षा के अधिकार के वैध अभ्यास में काम किया। हमारे पास इसके पर्याप्त ऑडियो-विजुअल सबूत हैं। इसे मजिस्ट्रेट जांच और आपराधिक जांच में प्रस्तुत किया जाएगा।” उन्होंने कहा, “हम बिना किसी पूर्वाग्रह के कानून के मुताबिक पूरी तरह से काम करने का इरादा रखते हैं।”
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा, “अपराधी तो अपराधी होता है, उसका कोई धर्म नहीं होता… जो हुआ वह बहुत गलत था… ऐसे लोगों को कठोर सज़ा मिलेगी। हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि इस प्रकार की घटना दोबारा न हो। मैं अपील करता हूं कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण न किया जाए।”
हिंसा में अब 25 गिरफ्तार, 100 से ज्यादा हिरासत में
बनभूलपुरा हिंसा में पांच लोगों को मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग जख्मी हुए हैं। वहीं पुलिस ने अब तक 25 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने थाने से लुटे गए असलहों और कारतूस भी बरामद किए हैं। पुलिस ने 99 कारतूस भी बरामद किए हैं। पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है। पुलिस ने जुनैद से 1 तमंचा और 12 कारतूस, निजाम से 1 तमंचा, 8 कारतूस और महबूब व शहजाद से भी असलहा बरामद किए हैं।
राज्य ने केंद्र से मांगी अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियां
इसी बीच राज्य सरकार ने केंद्र से अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त तैनाती की मांग की है। शनिवार को केंद्रीय गृह सचिव को लिखे पत्र में उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की चार अतिरिक्त कंपनियों की मांग की। केंद्र को लिखे पत्र में कहा गया है, ‘8 फरवरी को बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत मलिक का बगीचा में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण के दौरान अराजक तत्वों द्वारा कानून व्यवस्था को लगातार बाधित करने के दृष्टिगत जिले में कानून एवं व्यवस्था ड्यूटी के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बल की चार अतिरिक्त कंपनियों की आवश्यकता है।’ बनभूलपुरा में कर्फ्यू अभी भी जारी है और स्थानीय पुलिस हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर रही है।